शिमला: केंद्र द्वारा शिमला मटौर नेशनल हाईवे-88 फोरलेन के निर्माण प्रोजेक्ट को वापस भेजने पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है और इसे प्रदेश सरकार के लिए बहुत बड़ा झटका बताया है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र ने शिमला मटौर नेशनल हाईवे-88 फोरलेन के निर्माण को नॉन वायबल बताकर निर्माण से इंकार कर दिया है और लोकनिर्माण विभाग को सौंप दिया है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि साल 2016 में इसको बनाने की कवायद शुरू हुई थी और इस पर पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होने थे, लेकिन खर्च को देखते हुए केंद्र सरकार ने हाथ पीछे खींच लिए हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने इस फोरलेन को लेकर काफी प्रचार-प्रसार किया था कि लोगों को भूमि अधिग्रहण का मुआवजा दिलाएंगे, लेकिन प्रोजेक्ट ही रद्द कर दिया गया है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि चुनाव के समय 65 हजार करोड़ की लागत से बनने वाले 69 नेशनल हाईवे की घोषणा तो फर्जी निकली ही है.
वहीं, अब मंजूर प्रोजेक्ट भी वापस हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा ये प्रोजेक्ट क्यों वापस लिया गया है. इसको लेकर विधानसभा में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर स्तिथि स्प्ष्ट करें और अपनी नाकामियों को बताएं.
बता दें कि आज हिमाचल विधानसभा का पांचवां दिन है. इसी बीच पक्ष-विपक्ष पर आरोप-प्रत्यारोप जारी है.
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