शिमला: जिला ऊना के हरोली विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाले सलोह में ट्रिपल आईटी संस्थान को लेकर नेता प्रतिपक्ष मुकेश अगिनहोत्री ने फर्जीवाड़े के आरोप लगाए हैं. मुकेश अग्निहोत्री ने सरकार से इसकी जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि 135 करोड से बन रहे इस संस्थान को राज्य सरकार मैचिंग ग्रांट देती है, लेकिन इसपर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है. यहां पर जो फर्जीवाड़ा चल रहा है, उसकी कोई खबर केंद्र सरकार को भी नहीं या फिर मिलीभगत की जा रही है.
सदन में शिक्षा विभाग के कटौती प्रस्ताव पर बोलते हुए मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जब सरकारी कैंपस मौजूद था तो आईआईआईटी के लिए निजी व्यक्ति से किराए (Mukesh Agnihotri alleges fraud in IIIT Una ) पर भवन क्यों लिया गया है. 9 लाख रुपए प्रतिमाह में यह कैंपस लिया गया जो किसी को लाभ पहुंचाने के लिए किया जा रहा है. इसके अलावा एक कैंपस रोपड़ में साढे 8 लाख रुपए प्रतिमाह की दर से लिया गया है. जबकि वहां पर कोई नहीं जाता है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आखिर किसे लाभ देने के लिए ऐसा किया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का नियंत्रण होना चाहिए ताकि हिमाचली लोगों के साथ अन्याय न हो. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केंद्रीय संस्थानों में हिमाचली लोगों (Himachali people in central institutions) की अनदेखी की जा रही है. वहां पर जो भी नौकरियां दी जाती हैं, वह बाहरी लोगों को मिलती . ऐसे संस्थानों को नियमों के दायरे में लाया जाना चाहिए.
मुकेश अग्निहोत्री ने मेधावी बच्चों को लैपटाॅप का मसला भी उठाया. उन्होंने कहा कि मंडी का कोई व्यक्ति निहाल बीच में बिचैलिया है, सरकार बताए कि आखिर यह व्यक्ति कौन है. उन्होंने स्कूल मैदानों को हेलीपैड में परिवर्तित करने पर नाराजगी जताई और अपने एरिया के ललडी स्कूल मैदान का जिक्र किया.
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