शिमला: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला छोटा शिमला में लैपटॉप वितरण कार्यक्रम में अव्यवस्थाओं को देखकर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज भड़क गए. कार्यक्रम के बीच में ही स्कूल प्रबंधन को लताड़ लगा दी. इसके बाद शिक्षा मंत्री ने खुद मंच संभाला.
शिक्षा मंत्री ने स्कूल प्रबंधन को जिस बात पर लताड़ लगाई उसके पीछे की वजह यह थी कि स्कूल प्रबंधन के पास जिन छात्रों को लैपटॉप दिए जाने थे उनकी ब्लॉक वाइज लिस्ट ही नहीं थी. जिस पर शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि इस तरह लिस्ट ना होने से तो यह कार्यक्रम रात आठ बजे तक चलेगा. शिक्षा मंत्री कुर्सी से उठ कर मंच संचालक के पास गए और कहा कि क्या आप के पास ब्लॉक बाइज लिस्ट नहीं है. यह देखकर शिक्षा मंत्री ने खुद ही मंच संभाला और उपस्थित छात्रों को कहा कि जिनके भी नाम मंच से लिए जा रहे हैं वह मंच पर आए और अपना लैपटॉप लें.
बता दें कि दो साल बाद सरकार की ओर से प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों के मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देने की प्रक्रिया शुरू की गई है. शिक्षा मंत्री ने भी सोमवार को छोटा शिमला स्कूल में श्री निवास रामानुजन छात्र डिजिटल योजना के तहत जिला के 100 के मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप बांटे.
इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि लैपटॉप आबंटन की यह प्रकिया मंगलवार से प्रदेश भर में जारी रहेगी. यह लैपटॉप अभी 2017-18 में दसवीं और प्लस टू बैच को मिले हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि 2018-19 के बैच के बच्चों के लैपटॉप के लिए टेंडर इस साल अप्रैल में होंगे और उसके तुरंत बाद ही उन्हें लैपटॉप मिलेंगे.
वहीं, पिछले लैपटाप मिलने में हुई देरी को लेकर शिक्षा मंत्री ने गलती मानते हुए कहा कि टेंडर प्रक्रिया और स्पेसिफिकेशन में समय लग गया, जिसके चलते इतना इंतजार करना पड़ा लेकिन आने वाले समय में ऐसा न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा.
गौरतलब है कि बीजेपी ने सरकार बनने से पहले अपने विजन डॉक्यूमेंट में वादा किया था कि सरकार बनने के बाद मेधावी स्कूल और कॉलेज के बच्चों को लैपटॉप बांटेंगे. इस वादे को पूरा करने के लिए ही सरकार को करीब दो साल का समय लग गया. शिमला में 1067 लैपटॉप बांटे जाने हैं और पूरे प्रदेश में करीब 9700 के करीब लैपटाप बांटे जाएंगे.
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