शिमला: जिला शिमला के प्रवेश द्वार ठियोग में स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से चरमराती हुई नजर आ रही हैं. ठियोग के सबसे बड़े सिविल अस्पताल में डॉक्टर्स के अभाव के कारण मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि सिविल अस्पताल में 50 पंचायतों सहित चौपाल, रोहड़ू और कोटखाई सहित रापमुर के लोग इलाज करवाने आते हैं. इन दिनों केवल पांच डॉक्टर्स ही अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि मेडिसन, हड्डी रोग सहित आठ डॉक्टर्स एक महीने पहले ही अस्पताल से चले गए हैं. ऐसे में अभी तक सरकार ने अस्पताल में दूसरे चिकित्सकों की नियुक्ति नहीं की है. साथ ही अस्पताल के अधिकतर कमरों में ताले लटके हुए हैं, जिससे मरीज एक ही कमरे में रहकर अपना इलाज करवाना पड़ रहा हैं.
अस्पताल में इलाज कराने आये लोगों ने बताया कि सिविल अस्पताल में डॉक्टर्स का अभाव होने के कारण उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में इलाज कराने आ रहे लोगों को घर वापस जाना पड़ रहा है, क्योंकि अस्पताल में पर्याप्त चिकित्सक नहीं हैं.
सिविल अस्पताल के डॉक्टर्स ने बताया कि15 डॉक्टरों की जगह पांच डॉक्टर काम कर रहे हैं, जबकि मरीजों की तादात बहुत ज्यादा है. ऐसे में कई मरीजों को एक साथ देखना पड़ता है, जिससे इमरजेंसी के समय भी डॉक्टर अपनी सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं.