शिमला: लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन (Lashkar-e-Taiba terrorist organization) द्वारा शिमला रेलवे स्टेशन और प्रदेश के प्रमुख मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. बावजूद इसके अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा कोई अलर्ट या सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के निर्देश जारी नहीं किए गए हैं. वहीं, कांग्रेस ने प्रदेश सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेने की नसीहत दी है.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर (Congress President Kuldeep Singh Rathore) ने कहा कि 15 अगस्त को भी धमकी मिली थी. इसके पीछे कौन लोग हैं उसकी जांच केंद्र सरकार को करनी चाहिए और अब रेलवे स्टेशन और मंदिरों को उड़ाने की धमकी दी गई है. ऐसे में सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाना चाहिए.उन्होंने कहा कि धमकी किसी भी तरह की क्यों न हो उसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए. ऐसे में सरकार को मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और पता लगाना चाहिए कि किसके द्वारा इस प्रकार की धमकी दी गई है.
बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से अंबाला मंडल रेल प्रबंधक (Ambala Divisional Railway Manager) को धमकी भरा एक पत्र मिला है. इस पत्र में अंबाला कैंट, शिमला, चंडीगढ़, यमुनानगर और सहारनपुर समेत कई रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है. चिट्ठी में 26 नवंबर से 6 दिसंबर के बीच धमाके की बात लिखी है.
पत्र में आगे लिखा गया है कि 26/11 को कई रेलवे पुल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर व राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को भी बम से उड़ा दिया जाएगा. जिसके बाद 6 दिसंबर 2021 को अंबाला के प्रमुख मंदिरों व गुरुद्वारों सहित हिमाचल के कई प्रमुख मंदिरों, फौजी कैफे, हवाई अड्डों को भी उड़ाने की धमकी दी गई है.
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