शिमला: मंडी में भाजपा के चार साल के कार्यकाल पर हुए कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी पर कांग्रेस पार्टी ने जमकर निशाना साधा है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने (Kuldeep Rathore comment on PM Modi) कहा कि प्रधानमंत्री ने इस रैली में हिमाचल के लिए कोई ऐलान नहीं किया. उन्होंने कहा कि हजारों बसें जनसभा तक पहुंचाने के लिए लगाई गई और करोड़ों का खर्च जनसभा पर किया गया. लेकिन, बदले में हिमाचल को कुछ नहीं मिला.
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि उम्मीद थी कि 65 हजार करोड़ के कर्ज में डूबे प्रदेश के लिए आर्थिक पैकेज की घोषणा की जाएगी, लेकिन खाने की तारीफ के अलावा कोई घोषणा नहीं की गई. जिससे (PM modi rally in mandi) प्रदेश की जनता को निराशा हाथ लगी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी पीएम के सामने हिमाचल का पक्ष नहीं रख पाए और न ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हिमाचल के लिए कोई घोषणा (Himachal congress celebrated black day) करवा पाए, जबकि प्रदेश 65 हजार करोड़ के कर्ज में डूबा है ओर प्रदेश को मदद की दरकार है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगिक पैकेज न मिलने से कई उद्योग प्लायन कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के समय शुरू हुई परियोजनाओं को अपना बताकर उनके शिलान्यास कर रही है. उन्होंने कहा कि शिमला छाबड़ा कुडू परियोजना भी यूपीए एक कि परियोजना है और इस परियोजना में विलंब भाजपा सरकार ने किया.
उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट में पानी की (Investors Meet Himachal) तरह पैसा बहाया गया. 27 हजार करोड़ की इन्वेस्टमेंट मुंगेरी लाल के हसीन सपने हैं. पहले भी भाजपा ने इन्वेस्टर्स मीट करवाई थी, जिसमें हजारों करोड़ का निवेश आने की बात कही गई थी और युवाओं को रोजगार देने का दावा किया गया था. ऐसे में सरकार बताए की उसमें से कितना निवेश आया है और कितने युवाओं को रोजगार मिला है.
कुलदीप राठौर ने कहा कि इसी कड़ी में कांग्रेस (Four years of Jairam government) ने राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा. उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में युवाओं को बेरोजगारी से जूझना पड़ रहा है और भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करते हुए सरकारी धन का भी दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने (Himachal congress memorandum to Governor) इस कार्यकाल में रेल विस्तार व एयर सम्पर्क बढ़ाने में भी असफल रही है. इसी तरह किसानों व बागवानों के हितों की पूरी तरह अनदेखी की गई है. जबकि कर्ज पे कर्ज लेकर सरकार ने प्रदेश को कर्ज के बोझ तले डूबा दिया है.
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