किन्नौरः जनजातीय जिला किन्नौर के पहले गांव चौरा में बन रहे प्रवेशद्वार का काम सालों से अधूरा ही पड़ा हुआ है. करोड़ों की लागत से बन रहे इस द्वार के निर्माण आधा अधूरा होने से जिले खूबसूरती भी फीकी पड़ रही है. वहीं, किन्नौर द्वार के पास से पहाड़ों से चट्टान गिरने से पूरा प्रवेश द्वार टूटकर बिखरना शुरू हो गया है.
प्रवेशद्वार के चारों पिलर टूटे हुए हैं, जिससे द्वार का पूरी तरह से गिरने का खतरा भी बना हुआ है. बता दें कि प्रवेशद्वार का शिलान्यास पूर्व लोकनिर्माण विभाग प्रदेश के मंत्री ठाकुर गुलाब सिंह और पूर्व किन्नौर विधायक तेजवंत सिंह ने किया था, जिसके बाद से अब तक इस प्रवेशद्वार का काम पूरा नहीं हो पाया है.
इस आधेअधूरे बने प्रवेशद्वार की हालत इतनी बुरी है कि कभी भी इस द्वार के गिरने का भी खतरा बना हुआ है. लोगों का कहना है कि विभाग व प्रशासन की लापरवाही से आज किन्नौर का प्रवेशद्वार मलबे में तब्दील होता जा रहा है. बाहरी क्षेत्रों से आने वाले पर्यटकों के सामने जिले की छवि भी खराब हो रही है.
बता दें कि करीब 11 सालों से किन्नौर प्रवेश द्वार से कई मंत्री और कई बड़े अधिकारी किन्नौर आए, लेकिन किसी ने भी आजतक इस प्रवेशद्वार को पूरा बनाने पर विचार नही किया जिसके चलते यह प्रवेश द्वार खण्डर में बदलता जा रहा है.
ये भी पढ़ें- हिमाचल के 13 दवा उद्योगों के सैंपल फेल, ड्रग विभाग ने जारी किया नोटिस