शिमला: राजभवन में आयोजित समारोह में न्यायमूर्ति सबीना ने हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय (Himachal Pradesh High Court) के न्यायाधीश के रूप में शपथ ग्रहण की. राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) ने उन्हें पद की शपथ दिलाई. इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ भी उपस्थित थे. इस समारोह का आयोजन राजभवन के दरबार हाॅल में हुआ, जहां मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने शपथ समारोह की कार्यवाही का संचालन किया और हिमाचल प्रदेश के उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति सबीना के स्थानांतरण के संबंध में विधि और न्याय मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी अधिसूचना को पढ़ा.
न्यायमूर्ति अनूप चितकारा को दी गई गरिमापूर्ण विदाई: न्यायमूर्ति अनूप चितकारा को आज हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय में गरिमापूर्ण विदाई दी गई, जिनका पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थानांतरण किया गया है. उच्च न्यायालय में उनके सम्मान में फुल कोर्ट एड्रेस आयोजित किया गया. इस अवसर पर संबोधित करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ ने कहा कि न्यायमूर्ति अनूप चितकारा अधिवक्ताओं के पारंपरिक परिवार से संबंध रखते हैं.
उन्होंने कहा कि अत्यंत व्यस्तता के बावजूद न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने न केवल एक अधिवक्ता के रूप में बल्कि एक न्यायाधीश के रूप में भी कई व्याख्यान दिए हैं और कानून की समृद्धि में बहुत योगदान दिया है. उन्होंने न्यायमूर्ति अनूप चितकारा के स्नेही स्वभाव और लोगों के प्रति उनकी संवेदनशीलता भी सराही. उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति अनूप चितकारा के सौहार्दपूर्ण व्यवहार और विनम्रता ने उन्हें बैंच और बार का प्रिय बना दिया.
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इस अवसर पर न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने न्यायधीशों, बार के सदस्यों, न्यायिक अधिकारियों, रजिस्ट्र्री के कर्मचारियों व अधिकारियों और इस अवसर पर संबोधन करने वालों का उनके प्रति स्नेह और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि तीसरी पीढ़ी का अधिवक्ता होने के नाते, उनकी व्यावसायिक सफलता और पद कड़ी मेहनत का परिणाम है. न्यायमूर्ति अनूप चितकारा ने उनके साथ और आसपास अपने कर्तव्य का निर्वाह समर्पण और निष्ठा से करने के लिए सराहना की. उन्होंने युवा अधिवक्ताओं में और सीखने की उत्सुकता व उत्साह के लिए उनकी सराहना की.
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