शिमला: जल शक्ति विभाग द्वारा 95 प्रतिशत घरों में नल लगाए गए हैं. कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद जनजातीय जिला किन्नौर व लाहौल-स्पीति के सभी घरों में तथा सूखाग्रस्त ऊना व चम्बा में हर घर में नल लग चुके हैं. यह बात जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने उत्तर क्षेत्रीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की संयुक्त कार्यशाला के आयोजन पर जयपुर में कही. उन्होंने कहा कि नलों की कार्यशीलता (Joint workshop organized by Jal Jeevan Mission in Jaipur) तथा जल गुणवत्ता सर्वेक्षण में भी केन्द्र सरकार द्वारा हिमाचल की सराहना की गई. उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हर जिले में कौशल विकास प्रशिक्षण के तहत 7030 युवाओं को प्रशिक्षित किया गया
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला में महेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर क्षेत्रीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की जल जीवन मिशन व स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की संयुक्त कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में हिमाचल का प्रतिनिधित्व जल शक्ति मंत्री महेंद्र ठाकुर सिंह ने किया. जिसमें उन्होंने हिमाचल में विभाग द्वारा जल जीवन मिशन के अन्तर्गत चलाए जा रहे विभिन्न कार्यों पर प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत हिमाचल जल शक्ति विभाग ने अनेक मील पत्थर स्थापित किए हैं. जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल गुणवत्ता के क्षेत्र में प्रदेश में कुल 60 प्रयोगशालाएं स्थापित की जा चुकी हैं, जिनमें से 50 प्रयोगशालाओं को राष्ट्रीय परीक्षण और अंशशोधन प्रयोगशाला प्रत्यायन बोर्ड (एनएबीएल) से मान्यता मिल चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रति प्रयोगशाला प्रशिक्षण में भी हिमाचल प्रदेश देश में दूसरे नम्बर पर है.
केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Jal Shakti Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने हिमाचल जल जीवन मिशन के कार्यों और हिमाचल प्रदेश को दी गई प्रोत्साहन राशि पर सराहना करते हुए अन्य राज्यों को हिमाचल प्रदेश जैसे छोटे पर्वतीय राज्य से सीखने की सलाह दी है. कार्यशाला में जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियन्ता संजीव कौल तथा राज्य जल एवं स्वच्छता जल मिशन के निदेशक गजेंद्र सिंह चौहान मौजूद थे.
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