शिमला: पर्यटन नगरी कुल्लू में बहुचर्चित थप्पड़ कांड में सस्पेंड चल रहे आईपीएस अधिकारी गौरव सिंह और हेड कॉन्स्टेबल बलवंत सिंह को सरकार ने बहाल कर दिया है. गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय ने बहाली के अलग-अलग आदेश जारी कर दिए हैं. तैनाती होने तक दोनों पुलिस हेडक्वार्टर शिमला में रहेंगे. आईपीएस गौरव सिंह से लिखित जवाब मांगा गया है. जिसके आधार पर ही उन्हें सजा देने पर सरकार फैसला लेगी.
आपको बता दें कि 23 जून को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के कुल्लू दौरे के दौरान मुख्यमंत्री के सामने तत्कालीन एसपी कुल्लू गौरव सिंह, एडिशनल एसपी सीएम सुरक्षा बृजेश सूद और मुख्यमंत्री के पीएसओ बलवंत सिंह भिड़ गए थे. इस दौरान एसपी गौरव ने बृजेश को थप्पड़ मार दिया और बलवंत ने एसपी को पैर से मारा था. मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. प्रारंभिक जांच के बाद 25 जून को गौरव और बलवंत को निलंबित कर दिया गया था.
आईजी मंडी रेंज ने जांच कर पुलिस मुख्यालय के जरिये सरकार को रिपोर्ट भेजी. तब से गौरव सेंट्रल रेंज मंडी से अटैच थे, जबकि बलवंत सिंह को पुलिस मुख्यालय से संबद्ध किया गया था. बृजेश सूद को जांच में दोषी न पाए जाने पर सरकार ने बहाल कर फिर से सीएम सुरक्षा में लगा दिया था. मामले में डीजीपी ने अपनी रिपोर्ट सीएम को सौंपी थी. लेकिन, जांच रिपोर्ट के पहले ही एसपी गौरव सिंह व पीएसओ बलवंत को निलंबित कर दिया था. घटना के करीब डेढ़ महीने बाद दोनों पुलिस अधिकारियों को बहाल कर दिया गया है. शनिवार की देर रात इनकी बहाली का नोटिफिकेशन जारी किया गया.
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