शिमला: प्रदेश के एचआरटीसी पेंशनर्स (HRTC Pension Association) ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रविवार को एचआरटीसी पेंशन एसोसिएशन द्वारा शिमला में पत्रकार वार्ता (HRTC Pension Association Press Conferene) का आयोजन किया गया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार पर एचआरटीसी पेंशनर्स के साथ भेदभाव करने के आरोप (HRTC Pension Association on bjp) लगाए. उन्होंने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
एचआरटीसी पेंशन एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्य प्रकाश का कहना है कि आज 80 साल का वृद्ध पेंशन के लिए सड़क पर मारा-मारा फिर रहा है, लेकिन फिर भी उनको पेंशन नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि 22 अक्टूबर 2021 में उन्होंने जब कॉन्फ्रेंस की थी तो सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन तब से लेकर आज तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है जिसके कारण आज फिर से कॉन्फ्रेंस करनी पड़ रही है.
सत्य प्रकाश ने कहा कि पूरे प्रदेश में 6000 से 7000 तक पेंशनर है जो एचआरटीसी से सेवानिवृत्त हुए हैं, उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में सरकार महिलाओं के लिए 50 फीसदी किराया माफ कर रही है. यह महिलाओं के लिए अच्छी बात है, लेकिन सरकार को पेंशनर के बारे में भी सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि एचआरटीसी कर्मचारियों की हालत भी दयनीय है. उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री उद्योग मंत्री ज्यादा है इसलिए वह परिवहन की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं.
सत्य प्रकाश ने कहा कि आने वाले 12 मई को फिर उनकी बैठक होगी, जिसमें हजारों पेंशनर भाग लेंगे और आगे की रणनीति बनाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार यदि उनकी मांग नहीं मानती है तो आने वाले समय में आंदोलन किया जाएगा. साथ ही चुनाव में नोटा का प्रयोग किया जाएगा. सत्य प्रकाश ने कहा कि सरकार एचआरटीसी पेंशनर के कर्मचारियों की मांगों को जल्द पूरा करें ताकि उन्हें ज्यादा समस्याओं का सामना न करना पड़े. वहीं, उन्होंने मेडिकल रीइंबर्समेंट भी न दिए जाने की बात कही है.
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