ETV Bharat / city

कोविड-19 से निपटने के लिए ली जाए PGI चंडीगढ़ की मददः राज्यपाल - Hp Governor Bandaru Dattatreya

प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा है और केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मापदण्ड अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर हैं, क्योंकि राज्य में कोरोना की प्रसार दर पांच प्रतिशत से कम है.

Bandaru Dattatreya talk PGMIER director
Bandaru Dattatreya talk PGMIER director
author img

By

Published : Jul 25, 2020, 7:42 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शनिवार को पीजीआईएमईआर के निदेशक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की. इस चर्चा में राज्यपाल ने पीजीआईएमईआर निदेशक डॉ. जगत राम से राज्य में इस महामारी की रोकथाम संबंधित सुझाव मांगे.

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा है और केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मापदण्ड अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर हैं, क्योंकि राज्य में कोरोना की प्रसार दर पांच प्रतिशत से कम है.

उन्होंने कहा कि राज्य के कोविड-19 जांच और परीक्षण दर अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर है और अब तक 1,27,555 व्यक्तियों का कोरोना वायरस के लिए परीक्षण किया गया है, जिनमें से 1,24,568 व्यक्ति नेगिटिव पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 1145 व्यक्ति इस बीमारी से ठीक हुए हैं और अब तक केवल 11 लोगों की मौत हुई है.

राज्यपाल ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा कोविड-19 से लड़ने के प्रयासों और व्यवस्थाओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान खतरे में डालकर मरीजों का इलाज करने का सराहनीय काम कर रहे हैं.

बंडारू दत्तात्रेय ने प्रसन्नता व्यक्त की कि अस्पताल द्वारा अब तक कोविड-19 के लिए 15,000 से अधिक परीक्षण, विशेष प्रयोगशालाएं स्थापित की गई और मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी भी शुरू की गई है. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए ट्रेसिंग, परीक्षण और उपचार महत्वपूर्ण है.

उन्होंने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को इस महामारी से निपटने में हिमाचल प्रदेश की कार्यप्रणाली का अवलोकन करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कम है और इसकी कालाबाजारी भी की जा रही है, जिसकी जाँच की जरूरत है.

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को प्रदेश के कोविड केयर सेंटरों का अध्ययन करने के लिए पर्यवेक्षकों की एक टीम को भेजने और राज्य के डाॅक्टरों के साथ विचार-विमर्श करके राज्य को इसमें सुधार संबंधी एक रिपोर्ट भेजने के लिए भेजने के लिए कहा.

डॉ. जगत राम ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों का प्रस्तुतीकरण करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश कोविड-19 मामलों में अच्छा कार्य कर रहा है और रिकवरी दर भी अच्छी है.

उन्होंने कहा कि पीजीआईएमईआर ने प्लाज्मा और स्टीरॉइड थेरेपी की सुविधा शुरू की है और यह सुनिश्चित करने के लिए स्वदेशी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है ताकि रोगियों के साथ कम संपर्क हो. उन्होंने राज्यपाल को आश्वासन दिया कि पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ इस महामारी से निपटने में हिमाचल सरकार की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है.

ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश के CM के कोरोना पॉजिटिव होने पर सीएम जयराम ने जताई चिंता, कही ये बात

ये भी पढ़ें- BBN में आज रात 12 बजे से लॉकडाउन, 28 जुलाई सुबह 6 बजे तक रहेगा जारी

शिमला: हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शनिवार को पीजीआईएमईआर के निदेशक के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की. इस चर्चा में राज्यपाल ने पीजीआईएमईआर निदेशक डॉ. जगत राम से राज्य में इस महामारी की रोकथाम संबंधित सुझाव मांगे.

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा जारी किए गए सभी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहा है और केंद्र द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मापदण्ड अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर हैं, क्योंकि राज्य में कोरोना की प्रसार दर पांच प्रतिशत से कम है.

उन्होंने कहा कि राज्य के कोविड-19 जांच और परीक्षण दर अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर है और अब तक 1,27,555 व्यक्तियों का कोरोना वायरस के लिए परीक्षण किया गया है, जिनमें से 1,24,568 व्यक्ति नेगिटिव पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि 1145 व्यक्ति इस बीमारी से ठीक हुए हैं और अब तक केवल 11 लोगों की मौत हुई है.

राज्यपाल ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा कोविड-19 से लड़ने के प्रयासों और व्यवस्थाओं की सराहना की. उन्होंने कहा कि डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ अपनी जान खतरे में डालकर मरीजों का इलाज करने का सराहनीय काम कर रहे हैं.

बंडारू दत्तात्रेय ने प्रसन्नता व्यक्त की कि अस्पताल द्वारा अब तक कोविड-19 के लिए 15,000 से अधिक परीक्षण, विशेष प्रयोगशालाएं स्थापित की गई और मरीजों का इलाज करने के लिए प्लाज्मा थेरेपी भी शुरू की गई है. बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि इस महामारी को रोकने के लिए ट्रेसिंग, परीक्षण और उपचार महत्वपूर्ण है.

उन्होंने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को इस महामारी से निपटने में हिमाचल प्रदेश की कार्यप्रणाली का अवलोकन करने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की आपूर्ति कम है और इसकी कालाबाजारी भी की जा रही है, जिसकी जाँच की जरूरत है.

राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए, पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ को प्रदेश के कोविड केयर सेंटरों का अध्ययन करने के लिए पर्यवेक्षकों की एक टीम को भेजने और राज्य के डाॅक्टरों के साथ विचार-विमर्श करके राज्य को इसमें सुधार संबंधी एक रिपोर्ट भेजने के लिए भेजने के लिए कहा.

डॉ. जगत राम ने पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ द्वारा कोरोना वायरस से लड़ने के लिए किए गए विभिन्न प्रयासों का प्रस्तुतीकरण करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश कोविड-19 मामलों में अच्छा कार्य कर रहा है और रिकवरी दर भी अच्छी है.

उन्होंने कहा कि पीजीआईएमईआर ने प्लाज्मा और स्टीरॉइड थेरेपी की सुविधा शुरू की है और यह सुनिश्चित करने के लिए स्वदेशी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है ताकि रोगियों के साथ कम संपर्क हो. उन्होंने राज्यपाल को आश्वासन दिया कि पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ इस महामारी से निपटने में हिमाचल सरकार की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर है.

ये भी पढ़ें- मध्य प्रदेश के CM के कोरोना पॉजिटिव होने पर सीएम जयराम ने जताई चिंता, कही ये बात

ये भी पढ़ें- BBN में आज रात 12 बजे से लॉकडाउन, 28 जुलाई सुबह 6 बजे तक रहेगा जारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.