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हिमाचल में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक का छठा दिन, मरीजों की बढ़ी परेशानी

हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक (hp doctors pen down strike) का आज छठा दिन है. डॉक्टर्स की ये हड़ताल करीब सात दिनों तक चलेगी. प्रदेश के सभी अस्पतालों में चल रही चिकित्सकों की स्ट्राइक के कारण मरीजों को भारी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है.

hp doctors pen down strike
हिमाचल में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक
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Published : Feb 15, 2022, 12:41 PM IST

Updated : Feb 15, 2022, 1:27 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल छठे दिन भी (hp doctors pen down strike) जारी रही. लंबित मांगों को लेकर प्रदेश के डॉक्टर रोजाना 2 घंटे की पेन डाइन स्ट्राइक कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आज पेन डाउन हड़ताल का छठा दिन है.

हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन शिमला (himachal medical officers association) के अध्यक्ष डॉ. दीपक कैंथला ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. सरकार ने अन्य संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया है, लेकिन चिकित्सकों को दरकिनार कर रहे हैं. कोरोना संकट के दौरान डॉक्टरों ने अहम भूमिका निभाई है, लेकिन अब सरकार चिकित्सकों की सेवा को भुला रही है.

डॉक्टरों की हड़ताल

डॉ. दीपक ने बताया कि 17 फरवरी तक रोजाना 2 घंटे की हड़ताल करेंगे, उसके बाद भी अगर सरकार हमारी बातों को नहीं सुनती है, तो मजबूरन हमें उग्र आंदोलन करनी पड़ेगी. डॉक्टरों की मांग है कि पंजाब के तर्ज पर वेतन दिया जाए और वेतन विसंगतियों (hp doctors against pay discrepancies) को दूर किया जाए. उन्होंने कहा कि नए पे स्केल में एनपीए 25 फीसदी से घटा कर 20 फीसदी कर दिया है जो कि गलत है.

डॉक्टर 24 घंटे अस्पतालों में ड्यूटी देते हैं. उसके बाद भी (hp doctors pen down strike) उन्हें सम्मान जनक वेतन नहीं दिया जा रहा है. अगर सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा और आगामी रणनीति तय की जाएगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक, 2 घंटे मरीज हुए परेशान

शिमला: हिमाचल प्रदेश में चिकित्सकों की हड़ताल छठे दिन भी (hp doctors pen down strike) जारी रही. लंबित मांगों को लेकर प्रदेश के डॉक्टर रोजाना 2 घंटे की पेन डाइन स्ट्राइक कर रहे हैं. डॉक्टरों की हड़ताल से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आज पेन डाउन हड़ताल का छठा दिन है.

हिमाचल मेडिकल ऑफिसर एसोसिएशन शिमला (himachal medical officers association) के अध्यक्ष डॉ. दीपक कैंथला ने बताया कि सरकार उनकी मांगों को लेकर गंभीर नहीं है. सरकार ने अन्य संगठनों को बातचीत के लिए बुलाया है, लेकिन चिकित्सकों को दरकिनार कर रहे हैं. कोरोना संकट के दौरान डॉक्टरों ने अहम भूमिका निभाई है, लेकिन अब सरकार चिकित्सकों की सेवा को भुला रही है.

डॉक्टरों की हड़ताल

डॉ. दीपक ने बताया कि 17 फरवरी तक रोजाना 2 घंटे की हड़ताल करेंगे, उसके बाद भी अगर सरकार हमारी बातों को नहीं सुनती है, तो मजबूरन हमें उग्र आंदोलन करनी पड़ेगी. डॉक्टरों की मांग है कि पंजाब के तर्ज पर वेतन दिया जाए और वेतन विसंगतियों (hp doctors against pay discrepancies) को दूर किया जाए. उन्होंने कहा कि नए पे स्केल में एनपीए 25 फीसदी से घटा कर 20 फीसदी कर दिया है जो कि गलत है.

डॉक्टर 24 घंटे अस्पतालों में ड्यूटी देते हैं. उसके बाद भी (hp doctors pen down strike) उन्हें सम्मान जनक वेतन नहीं दिया जा रहा है. अगर सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो आंदोलन का रास्ता अपनाया जाएगा और आगामी रणनीति तय की जाएगी.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में चिकित्सकों की पेन डाउन स्ट्राइक, 2 घंटे मरीज हुए परेशान

Last Updated : Feb 15, 2022, 1:27 PM IST
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