शिमलाः राजधानी शिमला में आग लगने से बेघर हुए शिलोनबाग गांव के पीड़ित परिवार को अब अपना घर वापस मिल पाया है. समाजसेवी संस्था ने आग से जले घर की जगह पर फिर से घर बनाने का जिम्मा उठाया है. संस्था ने अभी तक आरसीसी का एक कमरा तैयार करके दे दिया है.
इसके अलावा पूरे मकान में छत भी लगा दी गई है. संस्था द्वारा पीड़ित परिवार के लिए अब कीचन और बाथरूम बनने का काम किया जा रहा है. यही नहीं, संस्था ने पीड़ित परिवार को घर में उपयोग होना वाला सामान भी भेंट किया है. इसके लिए पीड़ित परिवार ने संस्था का आभार व्यक्त किया है.
संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार के लिए मकान, कीचन व बाथरूम बनाकर तैयार करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि परिवार को अन्य जरूरत का सामान भी दिया गया है. इसके साथ ही दो दिसंबर को दोबारा से शिलोनबाग गांव को जाएगें और मकान बनाने के काम में लगे कारीगरों को सामान मुहैया करवाया जाएगा. बर्फबारी से पहले मकान बनाने का काम लगभग पूर कर लिया जाएगा.
बच्चों की पढाई का खर्च उठाएगी संस्था
आग की घटना के बाद शिलोनबाग के गुलाब सिंह की सारी संपति जलकर राखा हो गई थी, जिसके कारण बच्चों की पढाई भी प्रभावित हो गई थी. ऐसे में नोफल संस्था ने पीड़ित परिवार के तीनों बच्चों की पढाई का खर्च उठाने का जिम्मा अपने कंधों पर लिया है. संस्था ने कहा कि जब तक बच्चें पढाई करना चाहते हैं तब तक सारा खर्चा संस्था की ओर से उठाया जाएगा.
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