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अब हिमाचल वासियों को मिलेगा विटामिन ए और डी से युक्त फोर्टीफाइड दूध, जानें फायदे - हिमफैड संस्थान

गुरुवार को हिमफैड संस्थान ने हिमगौरी दूध के लॉन्चिंग के समारोह का आयोजन किया. इसी बीच कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर सहित ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर मौजूद रहे. बता दें कि हिमगौरी दूध विटामिन ए और डी से युक्त फोर्टीफाइड है.

himgori milk launching program organised in shimla
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Published : Nov 28, 2019, 7:08 PM IST

शिमला: गुरुवार को हिमफैड संस्थान ने हिमगौरी दूध के लॉन्च किया. इस कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर सहित ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर मौजूद रहे. हिमगौरी दूध में विटामिन ए और डी से युक्त फोर्टीफाइड है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लोगों को पौष्टिक तत्व के लिए फोर्टीफाइड दूध का इस्तेमाल करना चाहिए. वर्तमान में विश्व भर के कई देशों में फोर्टीफाइड दूध का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि सामान्य दूध की तुलना में इस दूध के अनेक लाभ हैं. ये गाय का दूध है और इसमें विटामिन और खनिज होता है. ये दूध बच्चों और बूढ़ों के लिए लाभदायक होता है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को नीदरलैंड और जर्मनी जैसे देशों से सीखना चाहिए जिनकी आर्थिक स्थिति का अधिकतर हिस्सा दूध और दूध से बने उत्पादों पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि 1970 में स्थापित हिमफैड इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. इसके अलावा ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा की हिमफैड को दूध और उसे बने उत्पादों में हर साल 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की जरूरत है.

बता दें कि संस्थान द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्रित किया जा रहा है. ऐसे में डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

वीडियो

हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टीफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा सहायता प्राप्त योजना के तहत मिल्कफेड 2020 में मंडी और शिमला जिला के दत्तनगर में दूध प्रसंस्करण प्लांट स्थापित करने जा रहा है.

क्यों जरूरी है फोर्टिफाइड मिल्क

  • 70 प्रतिशत लोग विटामिन और मिनिरल जैसे सूक्ष्म पोषक तत्त्वों का पर्याप्त उपभोग नहीं करते हैं.
  • 52 फीसदी बच्चों की लंबाई सामान्य से कम है.
  • 05 साल की एज तक के बच्चों में विटामिन ए की मात्रा सामान्य से कम है.
  • लोगों को भोजन में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, थियामीन की मात्रा लगातार घटती जा रही है.
  • राष्ट्रीय पोषण संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार देश के 40 फीसदी घरों में बच्चों को मिलने वाला भोजन असंतुलित है.
  • पांच साल से कम उम्र के 55 फीसदी बच्चों का वजन सामान्य से कम है.
  • फोर्टिफाइड मिल्क उपरोक्त सभी कमियों को पूरा करने की क्षमता रखता है.

क्या है फोर्टिफाइड मिल्क
नमक में आयोडीन की मात्रा मिलाकर उसे अतिरिक्त रूप से पौष्टिक बनाया जाता है. इसी प्रकार दूध में विटामिन ए और डी सहित तमाम पोषक तत्व मिलाया जाता है. इससे दूध और ज्यादा पौष्टिक हो जाता है.

शिमला: गुरुवार को हिमफैड संस्थान ने हिमगौरी दूध के लॉन्च किया. इस कार्यक्रम में सीएम जयराम ठाकुर सहित ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर मौजूद रहे. हिमगौरी दूध में विटामिन ए और डी से युक्त फोर्टीफाइड है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि लोगों को पौष्टिक तत्व के लिए फोर्टीफाइड दूध का इस्तेमाल करना चाहिए. वर्तमान में विश्व भर के कई देशों में फोर्टीफाइड दूध का इस्तेमाल हो रहा है. उन्होंने कहा कि सामान्य दूध की तुलना में इस दूध के अनेक लाभ हैं. ये गाय का दूध है और इसमें विटामिन और खनिज होता है. ये दूध बच्चों और बूढ़ों के लिए लाभदायक होता है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को नीदरलैंड और जर्मनी जैसे देशों से सीखना चाहिए जिनकी आर्थिक स्थिति का अधिकतर हिस्सा दूध और दूध से बने उत्पादों पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि 1970 में स्थापित हिमफैड इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. इसके अलावा ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा की हिमफैड को दूध और उसे बने उत्पादों में हर साल 10 से 15 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने की जरूरत है.

बता दें कि संस्थान द्वारा प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्रित किया जा रहा है. ऐसे में डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

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हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टीफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है. साथ ही केंद्र सरकार द्वारा सहायता प्राप्त योजना के तहत मिल्कफेड 2020 में मंडी और शिमला जिला के दत्तनगर में दूध प्रसंस्करण प्लांट स्थापित करने जा रहा है.

क्यों जरूरी है फोर्टिफाइड मिल्क

  • 70 प्रतिशत लोग विटामिन और मिनिरल जैसे सूक्ष्म पोषक तत्त्वों का पर्याप्त उपभोग नहीं करते हैं.
  • 52 फीसदी बच्चों की लंबाई सामान्य से कम है.
  • 05 साल की एज तक के बच्चों में विटामिन ए की मात्रा सामान्य से कम है.
  • लोगों को भोजन में प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, थियामीन की मात्रा लगातार घटती जा रही है.
  • राष्ट्रीय पोषण संस्थान की रिपोर्ट के अनुसार देश के 40 फीसदी घरों में बच्चों को मिलने वाला भोजन असंतुलित है.
  • पांच साल से कम उम्र के 55 फीसदी बच्चों का वजन सामान्य से कम है.
  • फोर्टिफाइड मिल्क उपरोक्त सभी कमियों को पूरा करने की क्षमता रखता है.

क्या है फोर्टिफाइड मिल्क
नमक में आयोडीन की मात्रा मिलाकर उसे अतिरिक्त रूप से पौष्टिक बनाया जाता है. इसी प्रकार दूध में विटामिन ए और डी सहित तमाम पोषक तत्व मिलाया जाता है. इससे दूध और ज्यादा पौष्टिक हो जाता है.

Intro:प्रदेश वासी पौष्टिक आहार को लेकर जागरूक नहीं है

अधिकतर क्षेत्रों में जागरूकता की कमी है लेकिन इसको दूर किया जा सकता है आंगनवाड़ी सहायिका लोगों को पोस्टिक भोजन के बारे में बेहतरीन तरीके से जागरूक कर सकती हैं यह बात मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हिमगौरी दूध के शुभारंभ अवसर पर दी। Body:हिमफैड ने आज हिमगौरी दूध की लॉन्चिंग की जिसमें विटामिन ए और डी से युक्त फोर्टीफाइड हैं इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को पौष्टिक तत्व प्रदान करने के लिए फोर्टीफाइड दूध का इस्तेमाल करना चाहिए और वर्तमान समय में विश्व भर में इस प्रकार के दूध का प्रयोग किया जा रहा है मुख्यमंत्री ने कहा कि सामान्य दूध की तुलना में इस दूध के अनेक लाभ हैं यह गाय का दूध है जिसमें अतिरिक्त विटामिन और खनिज भी होते हैं उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के लिए यह दूध बहुत ही लाभदायक है इसका इस्तेमाल मुख्यतः बच्चों और बूढ़ों के लिए लाभदायक होता है यह दूध बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए सहायक सिद्ध होता है।

प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों से प्रतिदिन 1.40 लाख लीटर दूध एकत्रित कर रहा है डेयरी विकास प्रदेश की ग्रामीण आर्थिकी को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है यह क्षेत्र 2022 तक किसानों की आमदनी दुगना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है जो अपने उपभोक्ताओं को फोर्टीफाइड गेहूं का आटा उपलब्ध करवा रहा है केंद्र सरकार द्वारा सहायता प्राप्त योजना के तहत मिल्कफेड 2020 में मंडी और शिमला जिला के दत्तनगर में दोने दूध प्रसंस्करण प्लांट स्थापित करने जा रहा है इससे प्लांट की क्षमता दोगुनी हो जाएगी।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल को नीदरलैंड और जर्मनी जैसे देशों से सीखना चाहिए जिनकी आर्थिकी का अधिकतर हिस्सा दूध और दूध से बने उत्पादों पर निर्भर करता है हिमाचल प्रदेश में भी दूध और दूध के उत्पादकों की अपार संभावनाएं हैं मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर तुलना की जाए तो हिमाचल प्रदेश दूध के क्षेत्र में उतना अच्छा कार्य नहीं कर पा रहा है जितना कि प्रदेश में संभावनाएं हैं लेकिन फिर भी 1970 में स्थापित हिम्फेड इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।


Conclusion:इस मौके पर बोलते हुए ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा की हिम्फेड को दूध और उसे बने उत्पादों में हर साल 10 से 15% की बढ़ोतरी करने की जरूरत है।
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