शिमला: himachal-monsoon-season-2022 केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकार के अनुरोध को स्वीकार करते हुए सितंबर के प्रथम सप्ताह में मानसून के दौरान ही केन्द्रीय दल भेजने का फैसला लिया है.यह दल हिमाचल में भारी बारिश से हुए नुकसान का (Rain damage in Himachal) जायजा लेगा. इससे पहले मानसून खत्म होने के बाद केन्द्रीय दल भेजा जाता था. इससे प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुक्सान का आकलन समय पर होने के साथ ही प्रदेश को केन्द्रीय आपदा मोचन निधि NDRF National Disaster Response Fund की अतिरिक्त केन्द्रीय सहायता प्राप्त होगी. जिससे मानसून से प्रदेश में प्रभावित लोगों को राहत सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा सकेगी.
सुनील कुमार बर्नवाल की अध्यक्षता में टीम: मुख्य सचिव आरडी (Chief Secretary RD Dhiman) धीमान ने केन्द्र सरकार से प्रदेश में प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए अंतर -मंत्रालयी केंद्रीय दल (Inter Ministerial Central Team) भेजने के लिए के आग्रह किया था. केन्द्र सरकार ने तुरंत कदम उठाते हुए सुनील कुमार बर्नवाल, संयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में केन्द्रीय दल का गठन किया गया है.
258 लोगों की जान गई: प्रदेश में भारी वर्षा, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं से आई आपदा में 258 लोग जान गवा चुके हैं, जबकि 10 लोग अभी भी लापता हैं. इस आपदा से 270 पशु मारे गए तथा 1658 रिहायशी मकान, दुकाने, गौशालाएं व घराट इत्यादि क्षतिग्रस्त हो गए. इस दौरान प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्गो, ग्रामीण सडकों पेयजल योजनाओं व विद्युत परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है. अब तक प्रदेश को इस मानसून के दौरान 1367.33 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया जा चुका है, जिसका आकलन अभी जारी है.