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कर्मचारी महासंघ ने किया न्यू पेंशन स्कीम का विरोध, पुरानी पेंशन बहाली की रखी मांग - हिमचाल न्यू पेंशन स्कीम

शिमला के रामपुर में कर्मचारी महासंघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता कुशल शर्मा ने पत्रकारवार्ता कर कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन बहाल की मांग की.

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Published : Aug 25, 2019, 11:37 AM IST

शिमलाः कर्मचारी महासंघ ने हिमचाल न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का विरोध जताया है. कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को फिर दोहराया. रामपुर में पत्रकारवार्ता करते हुए कर्मचारी महासंघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता कुशल शर्मा ने कहा अगर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल नहीं की जाती है तो मंत्री, सांसद व विधायकों को मिलने वाली पेंशन को भी बंद किए जाना चाहिए.

कुशल शर्मा ने कहा वर्ष 2003 के बाद नियमित होने वाले सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से बाहर कर दिया गया है. प्रवक्ता ने कहा इससे पहले मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल को इस मसले पर गंभीरता से गौर करने का आशवासन दिया गया था, लेकिन इस विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा दिए गए वक्तव्य से एनपीएस कर्मचारी को निराशा मिली है.

वीडियो.

कर्मचारियों का कहना है कि न्यू पेंशन स्किम से कर्मचारियों का भविष्य खतरे में है. इससे केवल बड़ी कंपनियो को ही लाभ होगा. उन्होंने मांग रखी कि केंद्र सरकार के कर्मचारी की मृत्यु व दिव्यांगता पर दिए जाने वाले लाभ प्रदेश सरकार को भी दे,लेकिन हिमाचल में यह लाभ नहीं दिए जा रहे है.

कुशल शर्मा ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा अगर सरकार कर्मचारियों को आर्थिक माली हालत के कारण पुरानी पेंशन बहाल करने में असमर्थ है तो फिर मंत्रीय, सांसदों और विधायकों को दी जाने वाली पेंशन भी बंद कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा अगर सरकार उन की मांगो पर ध्यान नहीं देती है तो आने वाले समय में कर्मचारी बड़ा आंदोलन करेंगे.

ये भी पढ़े- चौपाल उपमण्डल में खराब सड़कों की वजह से बागवान परेशान, सरकार से लगाई गुहार

शिमलाः कर्मचारी महासंघ ने हिमचाल न्यू पेंशन स्कीम (एनपीएस) का विरोध जताया है. कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग को फिर दोहराया. रामपुर में पत्रकारवार्ता करते हुए कर्मचारी महासंघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता कुशल शर्मा ने कहा अगर कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल नहीं की जाती है तो मंत्री, सांसद व विधायकों को मिलने वाली पेंशन को भी बंद किए जाना चाहिए.

कुशल शर्मा ने कहा वर्ष 2003 के बाद नियमित होने वाले सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना से बाहर कर दिया गया है. प्रवक्ता ने कहा इससे पहले मुख्यमंत्री ने कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल को इस मसले पर गंभीरता से गौर करने का आशवासन दिया गया था, लेकिन इस विधानसभा सत्र में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा दिए गए वक्तव्य से एनपीएस कर्मचारी को निराशा मिली है.

वीडियो.

कर्मचारियों का कहना है कि न्यू पेंशन स्किम से कर्मचारियों का भविष्य खतरे में है. इससे केवल बड़ी कंपनियो को ही लाभ होगा. उन्होंने मांग रखी कि केंद्र सरकार के कर्मचारी की मृत्यु व दिव्यांगता पर दिए जाने वाले लाभ प्रदेश सरकार को भी दे,लेकिन हिमाचल में यह लाभ नहीं दिए जा रहे है.

कुशल शर्मा ने पत्रकारवार्ता के दौरान कहा अगर सरकार कर्मचारियों को आर्थिक माली हालत के कारण पुरानी पेंशन बहाल करने में असमर्थ है तो फिर मंत्रीय, सांसदों और विधायकों को दी जाने वाली पेंशन भी बंद कर देनी चाहिए. उन्होंने कहा अगर सरकार उन की मांगो पर ध्यान नहीं देती है तो आने वाले समय में कर्मचारी बड़ा आंदोलन करेंगे.

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Intro:रामपुर बुशहर 25 अगस्त मीनाक्षी Body: सरकारी कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन बहाली की उठाई मांग उठाई है।
कर्मचारियो का आरोप केंद्र सरकार के एनपीएस प्रावधानों को हिमाचल में नहीं किया जा रहा है अनुसरण। एनपीएस
र्मचारी महासंघ के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता कुशाल शर्मा ने कहा अगर उन की
पुरानी पेंशन बहाली नहीं होती है तो बंद किया जाय मत्री, सांसद विधायकों की पेंशन भी। हिमचाल प्रदेश के न्यू पेंशन स्कीम यानि एनपीएस कर्मचारियों
ने पुरानी पेंशन बहाली की मांग फिर उठाई है। कर्मचारियोक का कहना हैकि
न्यू पेंशन स्किम से कर्मचारियों का भविष्य खतरे में है। इस से केवल उन
कम्पनियो को लाभ होगा ,जिन के यहाँ कर्मचारियों के भाग धन को निवेश किया
जा रहा है। रामपुर में पत्रकार वार्ता के दौरान एनपीएस कर्मचारी महासंघ
के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता कुशल शर्मा ने कहा वर्ष 2003 के बाद नियमित
होने वाले सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन स्किम से बाहर कर दिया गया
है। उन्होंने कहा जबकि मुख्य मंत्री ने कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल
को पूर्व में आश्वस्त किया था की इस विषय पर गंभीरता से गौर किया जाएगा।
लेकिन इस विधानसभा सत्र में मुख्य मंत्री द्वारा दिए गए वक्तव्य से
एनपीएस कर्मचारी हताश है। एनपीएस कर्मचारियों ने मांग रखी थी की केंद्र
सरकार के कर्मचारी की मृत्यु व् दिव्यांगता पर दिए जाने वाले लाभ
प्रदेश सर्कार भी दे। लेकिन हिमाचल में यह लाभ नहीं दिए जा रहे है।
कुशाल शर्मा ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा अगर सरकार कर्मचारियों को
आर्थिक माली हालत के कारण पुरानी पेंशन बहाल करने में असमर्थ है तो फिर
मंत्रीय , सांसदों और विधायकों को दी जाने वाली पेंशन भी बंद करे।
उन्होंने कहा अगर सरकार उन की मांगो पर देती है तो आने वाले समय में
कर्मचारी बड़ा आंदोलन करेगी।Conclusion:
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