शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में अहम फैसले लिए गए. जिसमें प्रदेश में तीसरी से सातवीं कक्षा तक स्कूल 10 नवंबर से खुलेंगे. वहीं, पहली कक्षा और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए 15 नवंबर से स्कूल खुलेंगे. प्रदेश में अब पूरी क्षमता के साथ बसें चलाने का फैसला लिया गया है.
वहीं, आठवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की नियमित कक्षाएं पूर्व की तरह जारी रहेंगी. सर्दी, खांसी, बुखार और जुकाम के लक्षण वाले विद्यार्थियों को स्कूलों में नहीं आने की अपील की गई है. कैबिनेट बैठक में लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव में हार के कारणों पर मंत्रणा हुई. बैठक में मुख्यमंत्री की बजट घोषणाओं की प्रगति पर भी चर्चा की गई. कैबिनेट मंत्रियों ने लंबित योजनाओं की जानकारी दी. वहीं, हिमाचल विधानसभा का शीतकालीन सत्र 10 से 15 दिसंबर तक धर्मशाला में होगा.
प्रदेश सरकार का तीसरा बड़ा फैसला लिया है कि आगामी 21 नवंबर से जनमंच कार्यक्रम के आयोजन शुरू होंगे. जनमंच कार्यक्रम में लोगों की जन समस्याओं का समाधान होगा. वहीं, बैठक में प्रदेश में सभी बसें पूरी क्षमता के साथ चलाने का फैसला लिया गया है. अभी तक कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए बसों में 50 फीसदी क्षमता के साथ यात्रियों को सफर करवाने का प्रावधान था, लेकिन अब बसों में पूरी क्षमता के साथ यात्रियों को सफर करवाया जा सकेगा.
हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल की सोमवार सुबह साढ़े दस बजे होने जा रही बैठक देरी से शुरू हुई. इसका कारण किसी भी विभाग से एजेंडा नहीं पहुंचना बताया जा रहा है. बैठक 10:50 बजे शुरू हुई, जबकि मुख्यमंत्री सवा दस बजे ही सचिवालय पहुंच गए थे. सरकार को चार उपचुनाव में हार का झटका लगने के बाद पहली बार मंत्रिमंडल की बैठक हुई. इसके अलावा कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर और राजेंद्र गर्ग सचिवालय नहीं पहुंचे हैं. इसके अतिरिक्त महेंद्र सिंह ठाकुर, सुरेश भारद्वाज, बिक्रम ठाकुर, गोविंद सिंह ठाकुर, सरवीण चौधरी, राकेश पठानिया, सुखराम चौधरी बैठक में शामिल हुए.
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