शिमला: राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Governor Rajendra Vishwanath Arlekar) के अभिभाषण (himachal budget session) के साथ हिमाचल विधानसभा बजट सत्र की शुरूआत हो गई. राज्यपाल ने सबसे पहले आजादी के अमृत महोत्सव और हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व दिवस के स्वर्ण जयंती पर बधाई दी.
राज्यपाल ने अभिभाषण (governor speech in hp assembly) के दौरान कहा कि हिमाचल सरकार 2 साल से कोविड (corona cases in himachal) से जूझ रही है. पहले प्रदेश में 52 वेंटिलेटर थे, अब 1014 हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर 17 हजार हैं. कोविड टीकाकरण में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने वाला हिमाचल पहला राज्य है. कोविड प्रबंधन बेहतरीन रहा. केंद्र सरकार से भरपूर मदद मिली.
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने खेती-बागवानी और सिंचाई योजनाओं सहित विभिन्न उपलब्धियां राज्यपाल ने गिनाई. राज्यपाल ने कहा कि 23 हजार एकड़ भूमि प्राकृतिक खेती के तहत लाई गई. 160000 किसानों ने नेचरल खेती अपनाई है. मंडी मध्यस्थता योजना के तहत 73217 मीट्रिक टन सी ग्रेड सेब खरीदा गया और उन्हें 69 करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया.
मनरेगा में इस वित्तीय वर्ष में अब तक 66498 काम पूरे किए गए हैं. 2018-2019 से पूर्व सालाना मनरेगा में 500 करोड़ का बजट रहता था, जो उसके बाद बढ़कर 800 करोड़ रुपये सालाना हो गया. इस वित्त वर्ष में मनरेगा पर 1100 करोड़ का बजट खर्च होगा. राज्य में पौधा रोपण निरन्तर जारी है. एक साल में 13 हजार हेक्टयर भूमि पर एक करोड़ पौधे लगाए गए हैं. उद्योग क्षेत्र में सरकार ने पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 13488 करोड़ व दूसरी सेरेमनी में 28197 करोड़ का निवेश धरातल पर उतारा.
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