शिमला: व्यापार मंडल शिमला को अपना नया प्रधान मिल गया है. मंगलवार को नामांकन वापसी के आखिरी दिन चुनाव कमेटी के फैसले ने सभी को चौंका दिया है. नामांकन वापसी के आखिरी दिन चुनाव कमेटी ने हरजीत सिंह मंगा को सर्व सहमति से व्यापार मंडल का प्रधान चुन लिया है, जबकि अजय सरना को उप प्रधान, नितिन सोहल को महासचिव, संदीप सूद को सह सचिव और राज किशोर को कोषाध्यक्ष चुना गया है.
आम सहमति बनने के बाद सभी कारोबारियों ने जीते हुए प्रत्याशियों को बधाई दी और उनके साथ मिलकर सहयोग करने का आश्वासन दिया. चुनाव अधिकारी अश्वनी मिनोचा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सर्वसम्मति से व्यापार मंडल शिमला के चुनाव करवाए गए है.
अब इसमें किसी भी कारोबारी को कोई एतराज नहीं है. बता दें कि शिमला व्यापार मंडल का चुनाव 12 सितंबर को तय हुआ था. इसके लिए 22 अगस्त से नामांकन फार्म मिलना शुरू हुए थे. 24 तक नामांकन पत्र दिए गए. जबकि 26 से 28 अगस्त तक नामांकन पत्र भरे गए. 29 को स्क्रूटनी का प्रोसेस हुए. उसके बाद 31 को नाम वापस लेने का आखिरी दिन था. यदि चुनाव होते तो आज से सभी कारोबारी नेता अपने-अपने पक्ष में चुनाव प्रचार में जुट जाते. इसके लिए जिला प्रशासन से भी मंजूरी ले ली गई थी.
मगर अब सर्व सम्मति से चुनाव के बाद कारोबारियों ने चुनाव का पूरा खर्चा बचा लिया है. शिमला व्यापार मंडल के साल 2013 में चुनाव करवाए गए थे. इसके बाद व्यापार मंडल शिमला का रजिस्ट्रेशन दिसंबर 2017 को किया गया था.
इस दौरान व्यापार मंडल के चुनाव करवाने के लिए इलेक्शन कमेटी का गठन किया गया था, जिसके चेयरमैन अश्वनी मिनोचा बनाए गए थे. तब मौजूदा व्यापार मंडल ने कमेटी से तीन माह का वक्त चुनाव के लिए मांगा था जो कि दिया गया. मगर इसके बाद चुनाव नहीं करवाए गए.
व्यापार मंडल में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई थी. इस बीच व्यापार मंडल के संयुक्त सचिव पद से सर्वजीत सिंह बॉबी ने भी इस्तीफा दे दिया था. अब करीब आठ साल के बाद फिर से चुनाव हुए. चुनाव कमेटी ने सर्वसम्मति से चुनाव करवाकर सभी कारोबारियों को खुश करने का प्रयास किया है. इसमें सभी गुटों को तवज्जो दी गई है.
इंद्रजीत गुट को महासचिव पद दिया गया है, जबकि कंवलजीत गुट को उपप्रधान का पद दिया गया. इसी तरह को संजीव गुट को सह सचिव व कोषाध्यक्ष का पद दिया गया है, जबकि मंगा गुट को प्रधान पद देकर खुश किया गया. हालांकि अभी शहर के कुछ कारोबारी इस कार्यकारिणी से नाखुश हैं. उन्होंने इसका विरोध भी जताया है. उनका कहना है कि वोटिंग से चुनाव होने चाहिए थी.
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