ETV Bharat / city

शिमला: जगोत कैंटोनमेंट पहुंची स्वर्णिम मशाल, शहीद कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद को दी गई श्रद्धांजलि - HIMACHAL PRADESH NEWS

जतोग कैंटोनमेंट से स्वर्णिम विजय मशाल कैथू में शहीद जितेंद्र नाथ सूद के घर पहुंची. जहां शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें सलामी दी गई. वहीं लोगों ने भारत माता के नारे भी लगाए. स्वर्णिम विजय मशाल देश भर में भ्रमण कर रही है.

grand-welcome-of-swarnim-vijay-mashaal-at-jatog-cantoonment-shimla
फोटो.
author img

By

Published : Oct 19, 2021, 8:47 PM IST

शिमला: साल 1971 के भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय मशाल मंगलवार को शिमला के कैथू में शहीद कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद के घर पहुंची.

जतोग कैंटोनमेंट से मशाल कैथू में शहीद के घर पहुंची. जहां शहीद कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर सलामी दी गई. वहीं लोगों ने भारत माता के नारे भी लगाए. शहीद के भतीजे दीपक लाल सूद ने बताया कि उनके चाचा कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद 1971 की जंग में शहीद हुए थे. इसके बाद उन्हें वीरचक्र मरणोपरांत दिया था.

केंद्र सरकार ने हर शहीद के घर पर स्वर्णिम मशाल भेजने का फैसला लिया है. इसके तहत ही हमारे घर पर भी मशाल पहुंची. इस दौरान सेना के अधिकारी व कर्मचारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की. इससे हमारे शहीद चाचा का सम्मान तो बढ़ा ही, साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

आपको बता दें कि 16 दिसंबर, 2020 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली में विजय मशाल जलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50वें वर्ष के उत्सव को हरी झंडी दिखाई थी. तब से विजय मशाल देश भर में भ्रमण कर रही है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में पहली बार बुजुर्गों और दिव्यांगों को मिलेगी पोस्टल बैलेट की सुविधा, 65 हजार मतदाता करेंगे वोट

शिमला: साल 1971 के भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय मशाल मंगलवार को शिमला के कैथू में शहीद कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद के घर पहुंची.

जतोग कैंटोनमेंट से मशाल कैथू में शहीद के घर पहुंची. जहां शहीद कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर सलामी दी गई. वहीं लोगों ने भारत माता के नारे भी लगाए. शहीद के भतीजे दीपक लाल सूद ने बताया कि उनके चाचा कैप्टन जितेंद्र नाथ सूद 1971 की जंग में शहीद हुए थे. इसके बाद उन्हें वीरचक्र मरणोपरांत दिया था.

केंद्र सरकार ने हर शहीद के घर पर स्वर्णिम मशाल भेजने का फैसला लिया है. इसके तहत ही हमारे घर पर भी मशाल पहुंची. इस दौरान सेना के अधिकारी व कर्मचारियों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ शहीद को पुष्पांजलि अर्पित की. इससे हमारे शहीद चाचा का सम्मान तो बढ़ा ही, साथ ही परिवार के अन्य सदस्य भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं.

आपको बता दें कि 16 दिसंबर, 2020 को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली में विजय मशाल जलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 50वें वर्ष के उत्सव को हरी झंडी दिखाई थी. तब से विजय मशाल देश भर में भ्रमण कर रही है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल में पहली बार बुजुर्गों और दिव्यांगों को मिलेगी पोस्टल बैलेट की सुविधा, 65 हजार मतदाता करेंगे वोट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.