शिमला: सोमवार को हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोने-चांदी के रेट जारी कर दिए गए हैं. सोने और चांदी, दोनों के दाम में आज कमी आई है. जहां 10 ग्राम सोना 51653 रुपये में बिक रहा है तो वहीं, 999 प्योरिटी वाली एक किलो चांदी की कीमत कम होकर 67782 रुपये प्रति किलो हो गई है.
हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोने-चांदी के रेट जारी कर दिए गए हैं. सोने और चांदी, दोनों के दाम में आज कमी आई है. जहां 10 ग्राम सोना 51653 रुपये में बिक रहा है तो वहीं, 999 प्योरिटी वाली एक किलो चांदी की कीमत कम होकर 67782 रुपये प्रति किलो हो गई है.
सस्ता हुआ सोना: हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला (Himachal Gold Rate) में सोमवार को 22 कैरेट सोने की कीमत 49,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई है. वहीं, 24 कैरेट सोने की कीमत 52,500 हो गई है.
कैसे तय होती है सोने की कीमत: ज्यादातर सोने की ज्वेलरी 22 कैरेट (22 Carat Gold rate in hp) में बनती है. इसी के आधार पर ज्वैलरी की कीमत भी तय होती है. गोल्ड ज्वेलरी (hp gold jewelry price) की कीमत सोने की बाजार कीमत के साथ-साथ सोने की शुद्धता, मेकिंग चार्ज, सोने का वजन और जीएसटी के (GST on Gold in hp) आधार पर तय होती है. गहने की कीमत = एक ग्राम सोने की कीमत x सोने के गहने का वजन + मेकिंग चार्ज प्रति ग्राम + जीएसटी के आधार पर निकाली जाती है. सोने की ज्वैलरी खरीदने पर इसकी कीमत और मेकिंग चार्ज (Making Charge of Gold in hp) पर 3 फीसदी का गुड्स एंड सर्विस टैक्स लगता है.
मिस्ड कॉल से जानें भाव: 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं. कुछ ही देर में एसएमएस के जरिए रेट्स मिल जाएंगे. इसके अलावा लगातार अपडेट्स की जानकारी के लिए www.ibja.co पर देख सकते हैं.
येलो गोल्ड की शुद्धता की पहचान ऐसे करें: 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है. आम तौर पर ज्वेलरी बनाने के लिए 22 कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें 91.66 फीसदी सोना होता है. अगर आप 22 कैरेट सोने की ज्वेलरी लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें 22 कैरेट गोल्ड के साथ 2 कैरेट कोई और मेटल मिक्स किया गया है. ज्वेलरी में शुद्धता को लेकर हॉलमार्क (Hallmark on Gold in hp) से जुड़े 5 तरह के निशान होते हैं, और ये निशान ज्वेलरी में होते हैं.
हॉलमार्क पर दें ध्यान: गहने खरीदते समय (quality of gold in hp) हॉलमार्क का विशेष ध्यान रखें. हॉलमार्किंग से इस बात की गारंटी होती है कि जो सामान दुकानदार ने ग्राहक को बेचा है, वह उतने ही कैरेट का है, जितना आभूषण पर लिखा है. हॉलमार्किंग भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम के तहत होती है.
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