शिमलाः सीबीआई के पूर्व निदेशक और नागालैंड के राज्यपाल रहे अश्वनी कुमार का गुरुवार को शिमला स्थित जौली के मोक्ष धाम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए अश्विनी कुमार को अंतिम विदाई दी गयी. उनकी अंतिम यात्रा में प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सुखराम चौधरी, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री व अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए.
इससे पहले सुबह आईजीएमसी अस्पताल में अश्वनी कुमार का पोस्टमार्टम किया गया. बाद में अस्पताल से उनकी पार्थिव देह को सीधे संजौली मोक्ष धाम लाया गया, जहां उनके बेटे ने चिता को मुखाग्नि दी.
चीफ सेक्रेटरी अनिल खाची, मुख्यमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेटरी जेसी शर्मा, डीजीपी संजय कुंडू व पुलिस के अन्य उच्च अधिकारी भी अंतिम विदाई देने पहुंचे. ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने कहा कि अश्वनी कुमार बहुत सादा जीवन जीते थे और इतने बड़े पदों पर रहने के बावजूद वे ग्रामीण परिवेश को नहीं भूलते थे. नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि अश्वनी कुमार जीनियस थे. उनके इस तरह जीवन लीला समाप्त करने से हर कोई स्तब्ध है.
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बता दें कि अश्वनी कुमार ने बुधवार देर शाम शिमला के ब्रोकहोस्ट स्थित अपने आवास में खुदकुशी कर ली थी. उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा कि वे अब आगे की यात्रा के लिए निकल रहे हैं. उन्होंने सुसाइड नोच में लिखा है कि वे तनाव में थे और बीमारी के कारण अपने परिवार पर बोझ नहीं बनना चाहते थे. अश्वनी कुमार के देहावसान पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित भाजपा व कांग्रेस के नेताओं ने गहरा दुख प्रकट किया है.
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