शिमला: कांग्रेस पर निशाना साधते हुए वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि देशभर में न्यू पेंशन स्कीम (New Pension Scheme in Himachal) लागू करने वाला हिमाचल पहला राज्य (Forest Minister Rakesh Pathania on Congress) है और यह तत्कालीन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निर्देशों के बाद हुआ है. उन्होंने कहा कि वीरभद्र सरकार के समय ही पुलिस कर्मियों को रेगुलर पे स्केल 8 साल बाद देने का निर्णय किया गया था.
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राकेश पठानिया ने कहा कि आज कांग्रेस के नेता पुलिस वालों के साथ हमदर्दी दिखा रहे हैं. जबकि हकीकत में यह समस्या उनके द्वारा ही उत्पन्न की गई है. उन्होंने कहा कि अगर उस समय की कांग्रेस सरकार ने पुलिस कर्मियों के साथ भेदभाव भरा निर्णय नहीं लिया होता तो आज तक पुलिसकर्मियों को यह परेशानी नहीं झेलनी पड़ती.
राकेश पठानिया ने कहा कि कांग्रेस हर कहीं मुद्दा ढूंढने की कोशिश कर रही है. और जिसमें वह लगातार नाकाम है. कांग्रेस के कई विधायक और नेता कह रहे हैं कि जब वह सत्ता में आएंगे तो ओल्ड पेंशन स्कीम (old pension scheme in Himachal) लागू करेंगे वन मंत्री ने पूछा कि पिछले 10 सालों तक कांग्रेस ने क्या किया. उनके हाथ में सत्ता थी, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों की इस समस्या की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया और अब जब विपक्ष में बैठे हैं तो कर्मचारियों को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं.
यही हाल पुलिसकर्मियों का है. कांग्रेस सरकार ने खुद यह नियम बनाए हैं और उसके बाद लंबे समय तक सत्ता में भी रही, लेकिन फिर भी इस समस्या को हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाए और आज जब भाजपा सरकार सत्ता में है तो विपक्ष में रहकर झूठे वायदे कर रहे हैं. जो कि कभी पूरे नहीं होने वाले. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए राकेश पठानिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के काल में जहां हर प्रदेशवासी इस बीमारी से लड़ रहा था. कांग्रेस के लोग कहीं भी मैदान पर नहीं दिखाई दिए उनके संगठन झूठे बिल बनाकर हाईकमान को भेजते रहे जो कि बेहद शर्मनाक है और उस पर उनकी बयान बाजी बेहद ही निंदनीय हैं.
स्पोर्ट्स बिल पर चर्चा करते हुए राकेश पठानिया ने कहा कि बिल में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि किसी को खेल संघों से निकाला जाएगा. बल्कि यह अपील करने की कोशिश की गई है कि अधिक से अधिक उन लोगों को खेल संघों का प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया जाए जो खिलाड़ी रहे हैं या खेलों के साथ किसी प्रकार का संबंध रहा है. उन्होंने कहा कि मेरी बात को अन्यथा लिया गया है. स्पोर्ट्स बिल में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं है कि कौन खेल संघ का अध्यक्ष हो सकता है कौन नहीं. उन्होंने कहा कि यह बिल पूरी तरह से खिलाड़ियों के हित में है, जबकि पूर्व की कांग्रेस सरकार द्वारा केवल भाजपा नेता अनुराग ठाकुर को निशाने पर लेकर स्पोर्ट्स बिल (Sports bill in himachal) बनाया गया था.
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