खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त ने रिकांग पिओ बाजार का किया दौरा, दुकानदारों को दिए निर्देश - Assistant Commissioner of Food Safety Department
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त धर्मंद्र चौहान ने रिकांग पिओ स्थित बाजार के सभी होटल, ढाबा, रेस्तरां, बीयर-बार और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया. सभी दुकानदारों को दुकानों में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की अपील की है.
किन्नौर: जिलें में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए प्रशासन पूरी तरह सतर्क और सजग हो गया है. प्रशासन द्वारा लोगों को कोरोना संक्रमण के बचाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है. इसी क्रम में खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त ने बाजार का निरीक्षण कर लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की है.
बाजार में दुकानों का निरीक्षण
विभाग के सहायक आयुक्त ने धर्मेन्द्र चौहान ने रिकांग पिओ स्थित बाजार के सभी होटल, ढाबा, रेस्तरां, बीयर-बार और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिकों को निर्देश दिए कि यदि कोई व्यक्ति बिना फेस माॅस्क पहने आता है तो उन्हें किसी भी प्रकार की सेवाएं प्रदान न करें. अपनी-अपनी दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर ‘नो-माॅस्क, नो-सर्विस’ का बोर्ड जरूर लगाएं.
बिना मास्क लगाए घर से ना निकलें
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से जिला किन्नौर में कोरोना संक्रमण बढ़ रहा है. उसको देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा बाजार के सभी व्यापारियों, होटल व्यवसाइयों को भी कोविड सुरक्षा पर जागरूक किया गया है. वहीं, उन्होंने जिला के सभी लोगों से भी अपील की है कि बिना मास्क के दुकानों में खरीदारी के लिए न जायें. साथ ही हाथों में बिना सेनिटाइज के किसी चीज को न छुए. उन्होंने कहा कि जिला किन्नौर में अब कोरोना संक्रमन बढ़ने लगा है ऐसे में लोगों को सतर्क रहना आवश्यक हो चुका है.
दुकानों पर कराए कोविड प्रोटोकॉल का पालन
बता दें कि रिकांग पिओ समेत जिला के सभी बाजारों में खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा समय-समय पर बाजार में दुकानदारों के दुकानों में सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और लोगों को कोविड के बारे में जानकारियां दी जा रही है. साथ ही, दुकानदारों को दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क के पेम्पलेट लगाना आवश्यक किया है. ताकि लोगों को खरीदारी के दौरान दुकान के बाहर ही कोविड के प्रोटोकॉल का पता चल सके.