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हिमाचल के पांच हेलीपोर्ट 30 नवंबर से होंगे शुरू, प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद

हिमाचल में पर्यटन (tourism in himachal) को बढ़ावा देने की तैयारी में प्रदेश सरकार जुट गई है. अब देवभूमि में आने वाले सैलानियों को एक जगह से दूसरे जगह जाने में पहले से कहीं अधिक सुविधाएं मिलेंगी. अब 30 नवंबर को उड़ान-2 योजना (udaan-2 project) के तहत प्रदेश के पांचों हेलीपोर्ट पर पहली उड़ान पहुंचेगी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा कर रहे हैं.

Five heliports ready in Himachal Pradesh
हिमाचल प्रदेश में पांच हेलीपोर्ट बनकर तैयार.
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Published : Nov 23, 2021, 10:02 PM IST

शिमला: हवाई मार्ग से हिमाचल आने-जाने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलने वाली है. प्रदेश में पांच हेलीपोर्ट 30 नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएंगे. 30 नवंबर को ही उड़ान-2 योजना (udaan-2 project) के तहत प्रदेश के पांचों हेलीपोर्ट पर पहली उड़ान पहुंचेगी. प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार शिमला, रामपुर, बद्दी, मनाली और मंडी के कंगनिधार हेलीपोर्ट लगभग पूरी तरह तैयार हैं.

सुरक्षा की दृष्टि से लगने वाली सुरक्षा नेट वियतनाम से शिमला पहुंच गई है और संजौली हेलीपोर्ट पर लगाई जा रही है. यह कार्य भी एक दो दिन में पूरा हो जाएगा. करीब 14 करोड़ की लागत से संजौली-ढली बाईपास पर हेलीपोर्ट (Heliport on Sanjauli-Dhali bypass) का निर्माण किया गया है. आपातकाल सेवा सहित सैलानियों की सहूलियत के लिए शिमला शहर के बीच हेलीपोर्ट बनाने का प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा करते रहे हैं.

बता दें कि रामपुर और मंंडी के कंगनीधर हेलीपोर्ट को लेकर डीजीसीए ने सवाल उठाए गए थे कि यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं विकसित नहीं की गई हैं. सुरक्षा, अग्निशमन प्रबंध सहित कई तरह के व्यवस्था संबंधी प्रश्न खड़े किए गए थे. बीते दिनों यहां हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग (successful helicopter landing) का ट्रायल भी हो चुका है. प्रदेश सरकार का राजधानी शिमला में अपना हेलीपोर्ट न होने से अभी सेना के अनाडेल मैदान में ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरता है.

ये भी पढ़ें: हिमाचल की करीब एक तिहाई जनता मधुमेह रोगी, डायबिटीज कैपिटल बन रहा पहाड़ी राज्य

ऐसे में अब संजौली हेलीपोर्ट शुरू होने से सरकार के साथ-साथ सैलानियों को भी सुविधा होगी. पर्यटन निदेशक अमित कश्यप (Tourism Director Amit Kashyap) ने बताया कि दिसंबर से संजौली से हेली टैक्सी सेवा शुरू होगी. शिमला-चंडीगढ़ के बीच सप्ताह में छह दिन (रविवार छोड़कर) हेली टैक्सी चल रही है. धर्मशाला के गग्गल एयरपोर्ट (Gaggal Airport of Dharamsala) के लिए मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट के लिए सोमवार, शुक्रवार और शनिवार को सेवा मिलेगी.

हेली टैक्सी का शिमला से चंडीगढ़ का किराया 3600 रुपये है. चंडीगढ़ से कुल्लू के भुंतर का किराया प्रति व्यक्ति 6500 रुपये और चंडीगढ़ से धर्मशाला के गग्गल का किराया 5700 रुपये प्रति व्यक्ति है. शिमला से कुल्लू का किराया 4000 रुपये प्रति व्यक्ति और शिमला से धर्मशाला का किराया 5000 रुपये प्रति व्यक्ति है.

ये भी पढ़ें: हार से हताश भाजपा का चिंतन-मंथन पर जोर, विधायक दल की बैठक में मिशन रिपीट का मंत्र देंगे CM जयराम

शिमला: हवाई मार्ग से हिमाचल आने-जाने वाले लोगों को बड़ी सुविधा मिलने वाली है. प्रदेश में पांच हेलीपोर्ट 30 नवंबर तक बनकर तैयार हो जाएंगे. 30 नवंबर को ही उड़ान-2 योजना (udaan-2 project) के तहत प्रदेश के पांचों हेलीपोर्ट पर पहली उड़ान पहुंचेगी. प्रदेश सरकार के अधिकारियों के अनुसार शिमला, रामपुर, बद्दी, मनाली और मंडी के कंगनिधार हेलीपोर्ट लगभग पूरी तरह तैयार हैं.

सुरक्षा की दृष्टि से लगने वाली सुरक्षा नेट वियतनाम से शिमला पहुंच गई है और संजौली हेलीपोर्ट पर लगाई जा रही है. यह कार्य भी एक दो दिन में पूरा हो जाएगा. करीब 14 करोड़ की लागत से संजौली-ढली बाईपास पर हेलीपोर्ट (Heliport on Sanjauli-Dhali bypass) का निर्माण किया गया है. आपातकाल सेवा सहित सैलानियों की सहूलियत के लिए शिमला शहर के बीच हेलीपोर्ट बनाने का प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (Chief Minister Jairam Thakur) प्रोजेक्ट की लगातार समीक्षा करते रहे हैं.

बता दें कि रामपुर और मंंडी के कंगनीधर हेलीपोर्ट को लेकर डीजीसीए ने सवाल उठाए गए थे कि यहां पर यात्रियों की सुविधा के लिए सार्वजनिक सुविधाएं विकसित नहीं की गई हैं. सुरक्षा, अग्निशमन प्रबंध सहित कई तरह के व्यवस्था संबंधी प्रश्न खड़े किए गए थे. बीते दिनों यहां हेलीकॉप्टर की सफल लैंडिंग (successful helicopter landing) का ट्रायल भी हो चुका है. प्रदेश सरकार का राजधानी शिमला में अपना हेलीपोर्ट न होने से अभी सेना के अनाडेल मैदान में ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर उतरता है.

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ऐसे में अब संजौली हेलीपोर्ट शुरू होने से सरकार के साथ-साथ सैलानियों को भी सुविधा होगी. पर्यटन निदेशक अमित कश्यप (Tourism Director Amit Kashyap) ने बताया कि दिसंबर से संजौली से हेली टैक्सी सेवा शुरू होगी. शिमला-चंडीगढ़ के बीच सप्ताह में छह दिन (रविवार छोड़कर) हेली टैक्सी चल रही है. धर्मशाला के गग्गल एयरपोर्ट (Gaggal Airport of Dharamsala) के लिए मंगलवार, बुधवार, गुरुवार और कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट के लिए सोमवार, शुक्रवार और शनिवार को सेवा मिलेगी.

हेली टैक्सी का शिमला से चंडीगढ़ का किराया 3600 रुपये है. चंडीगढ़ से कुल्लू के भुंतर का किराया प्रति व्यक्ति 6500 रुपये और चंडीगढ़ से धर्मशाला के गग्गल का किराया 5700 रुपये प्रति व्यक्ति है. शिमला से कुल्लू का किराया 4000 रुपये प्रति व्यक्ति और शिमला से धर्मशाला का किराया 5000 रुपये प्रति व्यक्ति है.

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