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निजी शिक्षण संस्थानों में छात्रवृत्ति जारी करने के लिए 5 नियम तय, शिक्षा विभाग ने की वेरिफिकेशन कमेटी गठित

प्रदेश में 22 निजी शिक्षण संस्थानों को अब छात्रवृत्ति जारी करने के लिए वेरिफिकेशन करना होगा. शिक्षा विभाग ने वेरिफिकेशन कमेटी का गठन किया है.

scholarship in shimla
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Published : Dec 6, 2019, 1:37 PM IST

शिमलाः प्रदेश में 22 निजी शिक्षण संस्थानों को अब छात्रवृत्ति जारी करने के लिए वेरिफिकेशन करना होगा. शिक्षा विभाग ने वेरिफिकेशन कमेटी का गठन किया है. वहीं, शिक्षा विभाग ने सीबीआई की जांच के दायरे के शिक्षण संस्थानाों के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर रोक लगा दी हैं.

शिक्षा विभाग ने आवेदनों के वेरिफिकेशन के लिए पांच नियम तय किए है. छह सदस्यीय वेरिफिकेशन कमेटी जब फार्म की जांच कर लेगी उसके बाद ही उच्च शिक्षा विभाग इन संस्थानों के छात्रों के खाते में छात्रवृत्ति की राशि जारी करेगा. ये नियम 22 शिक्षण संस्थानों के लिए है जो 250 करोड़ रुपये से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर सीबीआई की रडार पर है.

वीडियो.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने सभी शिक्षण संस्थानों को यह स्पष्ट किया है कि जिन शिक्षण संस्थानों को सीबीआई की ओर से फ्रेश स्कॉलरशिप करंट सेशन की रिलीज करने के लिए इनलिस्ट किया गया है, उन्हीं को यह छात्रवृत्ति जारी की जाएगी. इसके अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों को सभी तरह की छात्रवृत्ति जांच पूरी होने के बाद ही जारी की जाएगी.

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शिमलाः प्रदेश में 22 निजी शिक्षण संस्थानों को अब छात्रवृत्ति जारी करने के लिए वेरिफिकेशन करना होगा. शिक्षा विभाग ने वेरिफिकेशन कमेटी का गठन किया है. वहीं, शिक्षा विभाग ने सीबीआई की जांच के दायरे के शिक्षण संस्थानाों के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति पर रोक लगा दी हैं.

शिक्षा विभाग ने आवेदनों के वेरिफिकेशन के लिए पांच नियम तय किए है. छह सदस्यीय वेरिफिकेशन कमेटी जब फार्म की जांच कर लेगी उसके बाद ही उच्च शिक्षा विभाग इन संस्थानों के छात्रों के खाते में छात्रवृत्ति की राशि जारी करेगा. ये नियम 22 शिक्षण संस्थानों के लिए है जो 250 करोड़ रुपये से अधिक छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर सीबीआई की रडार पर है.

वीडियो.

उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. अमरजीत शर्मा ने सभी शिक्षण संस्थानों को यह स्पष्ट किया है कि जिन शिक्षण संस्थानों को सीबीआई की ओर से फ्रेश स्कॉलरशिप करंट सेशन की रिलीज करने के लिए इनलिस्ट किया गया है, उन्हीं को यह छात्रवृत्ति जारी की जाएगी. इसके अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों को सभी तरह की छात्रवृत्ति जांच पूरी होने के बाद ही जारी की जाएगी.

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Intro:प्रदेश में 22 निजी शिक्षण संस्थानों को अब छात्रों को छात्रवृत्ति कड़ी वेरिफिकेशन के बाद जारी की जाएगी। जो शिक्षण संस्थान सीबीआई की जांच के दायरे में है उनके छात्रों की छात्रवृत्ति शिक्षा विभाग ने रोक दी है। इन संस्थानों में पढ़ने वाले छात्रों का वर्ष 2017-18 के लिए नवीनीकरण शिक्षा विभाग नहीं करेगा। वहीं नए आवेदनों की वेरिफिकेशन के लिए पांच नियम शिक्षा विभाग की ओर से तय किए गए है। यह नियम ख़ासकर उन 22 शिक्षण संस्थानों के लिए बनाए गए है जो 250 करोड़ रुपए से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर सीबीआई के रडार पर है। उच्च शिक्षा विभाग इन संस्थानों के छात्रों के खाते में तभी छात्रवृत्ति की राशि जारी करेगा जब शिक्षा विभाग छात्रों के एप्लिकेशन फ़ॉर्म की सही से जांच पड़ताल कर लेगा। इस कार्य के लिए विभाग की ओर से छह सदस्यीय वेरिफिकेशन कमेटी का गठन भी कर लिया गया है।


Body:वेरिफिकेशन कमेटी के सदस्य है वह इस बात की जांच करेंगे कि विभाग की ओर से जो पांच नियम छात्रों को छात्रवृत्ति जारी करने के लिए तय किए गए है वह पूरे किए जा रहे है या नहीं। शिक्षा विभाग की ओर से छात्रवृत्ति के लिए जो पांच बिंदु तय किए गए है उसमें आवेदनकर्ता छात्र के पास अभिभावक का इनकम का सर्टिफिकेट,छात्र के एकाउंट नंबर की फ़ोटो कॉपी जो कि आधार से लिंक हो,हिमाचली बोनाफाइड सर्टिफिकेट,पुरानी कक्षा के परिणाम की कॉपी, संस्थान जहां छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे है वहां के प्रबंधन की ओर से वेरिफिकेशन के बाद की जानकारी की फ़ोटो कॉपी यह सभी दस्तावेज शिक्षा विभाग को भेजने अनिर्वाय है। संस्थान को यह अंडरटेकिंग देनी होगी की छात्र सत्र 2017-18 में संस्थान में पढ़ रहा है और छात्र की 75 फ़ीसदी लेक्चर्स पूरे है। इसके साथ ही शिक्षण संस्थानों को उस स्कॉलरशिप कमेटी जिन्होंने फील्ड में जा कर स्कॉलरशिप प्राप्त करने वाले छात्रों की वेरिफिकेशन की है के नाम,पता,मोबाइल नंबर और ईमेल एड्रेस भी शिक्षा विभाग को देने होंगें।


Conclusion:उच्च शिक्षा निदेशक डॉ.अमरजीत शर्मा ने सभी शिक्षण संस्थानों को यह स्पष्ट किया है की जिन शिक्षण संस्थानों को सीबीआई की ओर से फ्रेश स्कॉलरशिप करंट सेशन की रिलीज़ करने के लिए इनलिस्ट किया गया है उन्ही को यह छात्रवृत्ति जारी की जाएगी। इसके अलावा अन्य शिक्षण संस्थानों को सभी तरह की छात्रवृत्ति जांच पूरी होने के बाद ही जारी की जाएगी। शिक्षा विभाग की ओर से इस से पहले भी आवेदनों की वेरिफिकेशन की जा रही थी और इसके लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। अब शिक्षा विभाग की ओर से इस कार्य के लिए वेरिफिकेशन कमेटी गठित की गई है।
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