शिमला: कांग्रेस प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला द्वारा स्वर्गीय जीएस बाली के जन्मदिन पर की गई टिप्पणी पर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता और हिमाचल प्रभारी की टिप्पणी से साफ झलकता है कि कांग्रेसी अपनी ही स्वर्गीय नेताओं का आदर मान नहीं करते हैं तो जनता और दूसरे दलों का क्या सम्मान करेंगे.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि यह कांग्रेस का कल्चर है कि केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए पूर्व नेताओं का नाम इस्तेमाल करो. उन्होंने कहा कि हमें कांग्रेस का नाम लेने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि कांग्रेस देश के मानचित्र से खत्म हो चुकी है, इसलिए राजीव शुक्ला को यह समझना चाहिए कि अब देश में कांग्रेस का नाम कोई नहीं ले रहा. उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस द्वारा सत्ता में आने के बाद बड़ी संख्या में रोजगार देने की बात है तो यह बात उन्हें भी पता है कि कांग्रेस सत्ता में नहीं आएगी इसलिए जनता से कोई भी वादा किया जा सकता है.
शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि इसी शैक्षणिक सत्र में तीसरी कक्षा से संस्कृत विषय शुरू किया जा रहा है. इसके अलावा छठी कक्षा से वैदिक गणित, नैतिक शिक्षा और स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास शुरू किया जाएगा. इसके अलावा योग बालवाड़ी से ही शुरू किया जाएगा. गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पहले से पढ़ाई जा रही स्वतंत्रता संग्राम को और अपडेट किया जाएगा. इस किताब में देश के स्वतंत्रता सेनानियों के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश के स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में भी बच्चों को बताया जाएगा. प्रदेश के महान स्वतंत्रता सेनानियों के विषय में भी सिलेबस में चैप्टर जोड़े जाएंगे. इसके अलावा गीता सारांश भी नवमी कक्षा के सिलेबस में ऐड किया जाएगा.
मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर मास्क जरूरी कर दिया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि स्कूलों में भी बच्चों को मास्क पहन कर आना होगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, इसलिए प्रदेश सरकार स्कूलों पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाना चाहेगी. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में स्थिति किस प्रकार रहेगी उसे देखते ही प्रदेश सरकार निर्णय लेगी, लेकिन फिलहाल केवल कोरोना से बचाव का प्रोटोकॉल स्कूलों में जरूरी होगा.
लटक सकता है एनटीटी भर्ती मामला: वहीं, एनटीटी भर्ती पर शिक्षा मंत्री स्थिति को पूरी तरह स्पष्ट नहीं कर पाए. उन्होंने कहा कि फिलहाल एनसीटीई द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची तैयार की जा रही है. इसके बाद प्रदेश सरकार जल्द की प्रक्रिया शुरू करेगी, लेकिन भर्ती किस आधार पर होगी. यह भी शिक्षा मंत्री ने स्पष्ट नहीं किया. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले 1 या 2 महीनों में एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी.
वहीं, जेबीटी भर्ती के मसले (jbt recruitment in himachal) पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि फिलहाल कोर्ट के निर्णय का इंतजार किया जा रहा है. पिछले कल कोर्ट ने जो निर्णय दिया है. अभी तक आधिकारिक रूप से वह उनतक तक नहीं पहुंचा है. कोर्ट के निर्णय का अध्ययन करने के बाद आगे की रणनीति बनाएगी.
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