शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दशहरा पर्व के शुभ अवसर पर शिमला (Dussehra celebrated in Jakhu) के सुप्रसिद्ध जाखू मंदिर में पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की. मुख्यमंत्री ने परंपरा के अनुसार रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों के दहन की रस्म अदा करके बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश भी दिया.
उन्होंने कहा कि पूरे देश सहित हिमाचल में भी दशहरा उत्सव हर्षाेल्लास एवं श्रद्धा भाव से मनाया जाता है. अधर्म पर धर्म की विजय के रूप में मनाया जाने वाला यह पर्व हमें मर्यादा में रहकर जन कल्याण की भावना से कार्य करने की प्रेरणा देता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के लिए इस वर्ष का दशहरा उत्सव स्मरणीय है, जब अंतरराष्ट्रीय दशहरा महोत्सव में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विशेष रूप से कुल्लू पहुंचे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिमाचल की देव संस्कृति एवं परम्पराओं के प्रति अटूट आस्था एवं श्रद्धा का प्रतीक है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा का साक्षी बन देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना भी की. उन्होंने कहा कि इन ऐतिहासिक पलों का गवाह बनकर प्रत्येक हिमाचलवासी गौरवान्वित महसूस कर रहा है क्योंकि यह पहला अवसर है जब किसी प्रधानमंत्री ने कुल्लू दशहरा में भाग लेकर देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त किया है.
वहीं, बता दें कि रावण के पुतले को (Dussehra celebrated in Jakhu) आग लगते ही पटाखों और आतिशबाजियों के चलने का दौर जमकर चला. इस बार रावण को जलाने के लिए रिमोट का इस्तेमाल किया गया. जाखू मंदिर कमेटी द्वारा इस बार रावण का 35 फीट, मेघनाथ और कुंभकरण के 30 फीट के पुतले कलाकारों द्वारा बनाये गए थे. बता दें कि जाखू मंदिर में हर साल दशहरा पर्व भव्य रूप से मनाया जाता है. जाखू मंदिर समीति के ट्रस्टी ने बताया कि जाखू मंदिर परिसर में विजयदशमी के अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा पुतले का दहन किया गया. इस दौरान काफी संख्या में लोग जाखू मंदिर में रावण दहन को देखने के लिए पहुंचे हुए थे.
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