शिमला: राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, हिमाचल प्रदेश के मिशन निदेशक डाॅ. निपुण जिंदल ने बताया कि राज्य में पिछले कुछ माह के दौरान कोविड-19 मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. 23 फरवरी, 2021 को प्रदेश में 218 सक्रिय मामले बचे थे, जो बहुत ही कम समय में बढ़कर लगभग 11 हजार हो गए हैं. इससे साबित होता है कि कारोना की दूसरी लहर पहले के मुकाबले बहुत तीव्र है.
डॉ. जिंदल ने कहा कि पहली लहर के दौरान कोविड-19 से निपटने के लिए परस्पर दूरी, हाथों की स्वच्छता और मास्क का प्रयोग इत्यादि प्रभावी नियंत्रण उपाय अपनाए गए थे, जबकि दूसरी लहर के दौरान कोविड से निपटने के लिए अतिरिक्त हथियार टीकाकरण के रूप में उपलब्ध है. अब तक प्रदेश में 12.33 लाख लोगों का कोविड टीकाकरण किया जा चुका है, जिनमें से 1.55 लाख को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है.
टीकाकरण की गति में आई गिरावट
निपुण जिंदल ने कहा कि राज्य में टीकाकरण की गति अच्छी रही है. पिछले कुछ दिनों में टीकाकरण में कुछ गिरावट दर्ज की गई है, जिसका मूल कारण यह है कि लोग स्वेच्छा से टीका लगाने के लिए अधिक संख्या में आगे नहीं आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जिलों को वैक्सीनेशन बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं. यह आवश्यक है कि जो टीकाकरण के पात्र हैं, उन्हें इसके लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त हो.
हिमाचल में 12 सौ से ज्यादा लोगों की हो चुकी है मौत
हिमाचल प्रदेश में कोविड के कारण 1,223 लोगों की मृत्यु हो चुकी है, जिनमें से 90 प्रतिशत से अधिक लोगों की आयु 45 वर्ष से अधिक थी. यह भी पाया गया है कि कोविड टीकाकरण की दो खुराक प्राप्त करने के बाद व्यक्तियों की मृत्यु के दो ही मामले सामने आए हैं. इनमें से एक मामले में दूसरी खुराक और मृत्यु के बीच चार दिनों का अन्तर था. मूल्यांकन के उपरान्त यह तथ्य भी सामने आया है कि जो लोग कोविड टीके की दो खुराक ले चुके हैं, वे सुरक्षित हैं. निपुण जिंदल ने लोगों से अपील की है कि टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक संख्या में आगे आएं ताकि कोरोना महामारी से जंग जीती जा सके.
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