शिमला: प्रदेश में कोरोना का प्रकोप जारी है. प्रदेश में नवंबर महीने में कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. त्योहारी सीजन होने की वजह से भी मामलों में बढ़ोतरी हुई है. इसको देखते हुए प्रदेश सरकार ने कोविड-19 मरीजों और हाई रिस्क वाले लोगों की पहचान करने के लिए डोर टू डोर सर्वे करने का निर्णय लिया है.
राज्य सरकार ने रविवार को इसके लिए आदेश जारी कर दिया. ये सर्वे 25 नवंबर से शुरू होकर 27 दिसंबर तक चलेगा. सर्वे में कोविड-19 मरीजों, टीबी, लेप्रोसी, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों की पहचान की जाएगी. ऐसे मरीजों पर लगातार डॉक्टर्स निगरानी रखेंगे.
हिमाचल प्रदेश में बढ़ते कोरोना को मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने संज्ञान लिया है. केंद्र सरकार ने हिमाचल में तीन सदस्यीय हाई लेवल टीम भेजी है. हिमाचल के अलावा यह टीमें पंजाब, यूपी और छत्तीसगढ़ में संक्रमण की रोकथाम के उपाय सुझाएंगी. यह टीमें राज्य सरकारों को कंटेनमेंट, निगरानी, टेस्टिंग और मरीजों के इलाज के बेहतर इंतजाम करने में मदद भी करेंगी. इससे पहले हरियाणा, राजस्थान, गुजरात और मणिपुर में केंद्रीय टीमें भेजी जा चुकी हैं.
बता दें कि कुछ महीने पहले हिमाचल सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए एक्टिव केस फाइंडिंग अभियान शुरू किया था. इस अभियान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तारीफ की थी. इसी तरह का हर घर स्वास्थ्य जांच अभियान अब फिर से हिमाचल सरकार ने शुरू कर दिया है. यह अभियान 25 नवंबर से 27 दिसंबर तक जारी रहेगा. प्रदेश सरकार ने इसके लिए 8,000 टीमों का गठन किया गया है. इन टीमों में दो सदस्य होंगे जो घर-घर जाकर कोरोना मरीजों की पहचान करेंगे.
प्रदेश में कोरोना की स्थिति
हिमाचल में कोरोना के कुल संक्रमितों का आंकड़ा 34,327 पर पहुंच गया है. प्रदेश में 7,034 कोरोना केस एक्टिव हैं. वहीं, कोरोना से अब तक 528 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना से अब तक 26,733 लोगों ने जंग जीत ली है.
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