शिमला: कांग्रेस विधायक हर्ष वर्धन चौहान ने विश्वविद्यालय के भगवाकरण के आरोप लगाए हैं. विधानसभा में शुक्रवार को सदन में शिक्षा विभाग के कटौती प्रस्ताव पर बोलते (budget session of HP Vidhan Sabha) हुए हर्षवर्धन ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ग्रेडिंग गिर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि कुलपति केवल एक ही विचारधारा के लोगों की भर्ती कर रहे हैं और मेरिट को नजरअंदाज किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सेलेक्शन कमेटी में रिटायर्ड शिक्षकों को बुलाया जा रहा है और वे एक खास विचारधारा के हैं.
नियमों को दरकिनार कर भर्ती की जा रही है और विश्वविद्यालय को आरएसएस का अड्डा बना दिया गया है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में अपने अधिकारों की मांग करने पर विद्यार्थियों को निष्कासित कर दिया जाता है. एनएसयूआई के तीन कार्यकर्ता जब वीसी के पास छात्रों की समस्याओं को लेकर जाते हैं तो उन्हें निष्काषित कर दिया जाता है. विश्वविद्यालय में मनमानी से काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तो विश्वविद्यालय में हुई शिक्षक भर्ती की जांच की जाएगी और जो भर्ती नियमों को दरकिनार कर की गई है उन्हें रद्द किया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि ओल्ड पेंशन की मांग करने आए शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि 131 कॉलेजों में से 65 में ही प्रिंसिपल हैं और बाकी खाली हैं. उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि हार्ड एरिया में शिक्षकों की भर्ती प्राथमिकता पर की जाए.
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