रामपुर: हिम फेडरेशन के निदेशक नरेश चौहान ने आज प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इसी बीच उन्होंने बताया कि हिमाचल के ऊपरी क्षेत्र में सेब सीजन जोरों पर है, लेकिन बागवानों को मंडियों में सेब के अच्छे दाम मिलने कम हो गए हैं.
हिम फेडरेशन के निदेशक नरेश चौहान ने बताया कि शुरूआती दौर में निचले क्षेत्र के लोगों को मंडियों में सेब के दाम अच्छे मिल गए थे, लेकिन अब ऊपरी क्षेत्र के बागवानों को उनके उत्पाद के अच्छे रेट नहीं मिल रहे हैं. उन्होंने कहा है कि आढ़तियों व लदानियों की मिलीभगत से मंडियों में सेब के दाम गिर गए हैं, जिससे ऊपरी क्षेत्र के बागवानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
नरेश चौहान ने बताया कि जब ऊपरी क्षेत्र के सेब मंडियों में आना शुरू हो जाते हैं, तभी बाजारों में बागवानों को सेब के दाम मिलना कम हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि लदानी ऊपरी क्षेत्र के सेब को स्टोर करके मई-जून में तीन गुना दाम पर बेचते हैं. वहीं, उन्होंने सीएम जयराम ठाकुर और बागवानी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर से मांग की है कि मंडियों में सेब के रेट एक दर होना चाहिए, ताकि बागवानों को उनकी मेहनत का लाभ मिल सके.
किसान मोर्चा के प्रवक्ता कुलविंदर ने बताया कि किसान मोर्चा के अध्यक्ष ने बागवानी मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर से मिलकर उनको इस समस्याों से अवगत कराया है. सात ही बैठक करके बागवानों की समस्याओं को सरकार के समक्ष रखा जाएगा.
एपीएमसी के निदेशक केवल राम बुशहरी ने बताया कि हिमाचल सरकार द्वारा अब ग्रामीण क्षेत्रों में संपर्क सड़कों की स्वीकृति एपीएमसी को दे दी है. जिसके तहत अब ग्रामीण क्षेत्रों के संपर्क मार्ग बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से इसको लेकर सुझाव लिए जाएंगे और फिर एपीएमसी द्वारा संपर्क मार्ग का निर्माण किया जाएगा.
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