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राजधानी शिमला में सार्वजनिक स्थलों पर थूकने पर है प्रतिबंध, लेकिन हाल कुछ ऐसा है

राजधानी शिमला के माल रोड रिज मैदान पर सार्वजिनक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध है, लेकिन लोगों को नियम-कानून का कोई डर नहीं है. वहीं, दूसरी ओर नगर निगम भी घोड़े बेचकर सो रहा है. नगर निगम द्वारा थूकने पर पांच सौ रुपये जुर्माने के चेतावनी बोर्ड बेशक लगाए गए हैं, लेकिन ये बोर्ड केवल चेतावनी तक ही सीमित रह गए हैं.

Mall Road Ridge Maidan Shimla, माल रोड रिज मैदान शिमला
डिजाइन फोटो.
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Published : Sep 1, 2021, 8:55 PM IST

Updated : Sep 1, 2021, 10:24 PM IST

शिमला: राजधानी शिमला के माल रोड रिज मैदान पर सार्वजिनक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध है. थूकने वालों पर 500 रुपये के जुर्माने का प्रावधान भी है, लेकिन लोगों को नियम-कानून का कोई डर नहीं है. नगर निगम द्वारा थूकने पर पांच सौ रुपये जुर्माने के चेतावनी बोर्ड बेशक लगाए गए हैं, लेकिन ये बोर्ड केवल चेतावनी तक ही सीमित रह गए हैं.

हैरानी की बात है कि पिछले दो सालों में कोई भी जुर्माना नहीं वसूला गया है. कोविड के दौरान मास्क न पहनने वालों के जमकर चालान किए गए, लेकिन थूकने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए पहचान रखने वाले शिमला शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम ने माल रोड पर थूकने पर पांच सौ रुपये जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया गया है.

नगर निगम द्वारा शिमला में जगह-जगह चेतावनी पट्टिकाएं लगाई हैं कि यहां थूकना मना है और थूकने वाले का पांच सौ रुपये का जुर्माना किया जाएगा, लेकिन नगर निगम शिमला का रिकॉर्ड बताता है कि केवल दस चालान ही किए गए हैं.

ये बात अलग है कि रोजाना कई लोग सरेआम माल रोड पर थूकते हैं. शिमला एक शहर ही नहीं संस्कृति है. यहां के माल रोड पर टहलने का सुख अलग ही है. यहां टहलने के लिए नफासत का ध्यान रखा जाता है. अंग्रेजों के समय से ही माल रोड अपनी विशिष्ट पहचान के लिए मशहूर रहा है.

वीडियो.

ब्रिटिश हुकूमत के समय शिमला के माल रोड को सुबह व शाम पानी के साथ धोया जाता था. आजादी के बाद यह बंद हो गया. अब विशेष अवसर पर यहां माल रोड का कुछ हिस्सा कभी-कभार पानी से धोया जाता है. माल रोड को साफ-सुथरा रखने के लिए स्थानीय प्रशासन यानी नगर निगम ने यहां कई बोर्ड लगाए हैं.

बोर्ड में दर्ज है कि शिमला में कचरा फैलाने और थूकने पर कितना-कितना जुर्माना है. इसके अलावा शिमला को 2 अक्टूबर 2010 से धूम्रपान मुक्त शहर भी घोषित किया गया है. यहां धूम्रपान करना भी दंडनीय है. यह सही है कि शिमला पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के चालान काटे हैं और जुर्माना भी किया है, लेकिन थूकने पर कार्रवाई को लेकर नगर निगम ज्यादा संजीदा नजर नहीं आता.

शहर की नालियों में पान खाकर लोग थूकते हैं. लोग न तो साइन बोर्ड देखते हैं और न ही उन्हें किसी तरफ का डर है. नगर निगम शिमला के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखने के लिए माल रोड रिज पर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर प्रतिबंध लगया है और जो थूकते हुए पकड़ा जाता है उनका चालान भी किया जाता है. इसमे लिए सेनिटरी इंस्पेक्टर को पावर दी गई है.

Mall Road Ridge Maidan Shimla, माल रोड रिज मैदान शिमला
फोटो.

आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं. इसके अलावा नगर निगम शहर भर में सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है और कोई भी ऐसे खुले में थूकता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में सेब सीजन के साथ राजनीति भी तेज, बागवानी मंत्री ने कांग्रेस को दी ये चुनौती

शिमला: राजधानी शिमला के माल रोड रिज मैदान पर सार्वजिनक स्थलों पर थूकने पर प्रतिबंध है. थूकने वालों पर 500 रुपये के जुर्माने का प्रावधान भी है, लेकिन लोगों को नियम-कानून का कोई डर नहीं है. नगर निगम द्वारा थूकने पर पांच सौ रुपये जुर्माने के चेतावनी बोर्ड बेशक लगाए गए हैं, लेकिन ये बोर्ड केवल चेतावनी तक ही सीमित रह गए हैं.

हैरानी की बात है कि पिछले दो सालों में कोई भी जुर्माना नहीं वसूला गया है. कोविड के दौरान मास्क न पहनने वालों के जमकर चालान किए गए, लेकिन थूकने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. दुनिया भर में अपनी खूबसूरती के लिए पहचान रखने वाले शिमला शहर को स्वच्छ रखने के लिए नगर निगम ने माल रोड पर थूकने पर पांच सौ रुपये जुर्माना वसूलने का प्रावधान किया गया है.

नगर निगम द्वारा शिमला में जगह-जगह चेतावनी पट्टिकाएं लगाई हैं कि यहां थूकना मना है और थूकने वाले का पांच सौ रुपये का जुर्माना किया जाएगा, लेकिन नगर निगम शिमला का रिकॉर्ड बताता है कि केवल दस चालान ही किए गए हैं.

ये बात अलग है कि रोजाना कई लोग सरेआम माल रोड पर थूकते हैं. शिमला एक शहर ही नहीं संस्कृति है. यहां के माल रोड पर टहलने का सुख अलग ही है. यहां टहलने के लिए नफासत का ध्यान रखा जाता है. अंग्रेजों के समय से ही माल रोड अपनी विशिष्ट पहचान के लिए मशहूर रहा है.

वीडियो.

ब्रिटिश हुकूमत के समय शिमला के माल रोड को सुबह व शाम पानी के साथ धोया जाता था. आजादी के बाद यह बंद हो गया. अब विशेष अवसर पर यहां माल रोड का कुछ हिस्सा कभी-कभार पानी से धोया जाता है. माल रोड को साफ-सुथरा रखने के लिए स्थानीय प्रशासन यानी नगर निगम ने यहां कई बोर्ड लगाए हैं.

बोर्ड में दर्ज है कि शिमला में कचरा फैलाने और थूकने पर कितना-कितना जुर्माना है. इसके अलावा शिमला को 2 अक्टूबर 2010 से धूम्रपान मुक्त शहर भी घोषित किया गया है. यहां धूम्रपान करना भी दंडनीय है. यह सही है कि शिमला पुलिस ने सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान करने वालों के चालान काटे हैं और जुर्माना भी किया है, लेकिन थूकने पर कार्रवाई को लेकर नगर निगम ज्यादा संजीदा नजर नहीं आता.

शहर की नालियों में पान खाकर लोग थूकते हैं. लोग न तो साइन बोर्ड देखते हैं और न ही उन्हें किसी तरफ का डर है. नगर निगम शिमला के आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि शहर को साफ सुथरा रखने के लिए माल रोड रिज पर सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर प्रतिबंध लगया है और जो थूकते हुए पकड़ा जाता है उनका चालान भी किया जाता है. इसमे लिए सेनिटरी इंस्पेक्टर को पावर दी गई है.

Mall Road Ridge Maidan Shimla, माल रोड रिज मैदान शिमला
फोटो.

आयुक्त आशीष कोहली ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए जगह-जगह साइन बोर्ड भी लगाए गए हैं. इसके अलावा नगर निगम शहर भर में सीसीटीवी कैमरे लगा रहा है और कोई भी ऐसे खुले में थूकता हुआ पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- हिमाचल में सेब सीजन के साथ राजनीति भी तेज, बागवानी मंत्री ने कांग्रेस को दी ये चुनौती

Last Updated : Sep 1, 2021, 10:24 PM IST
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