शिमलाः हिमाचल में दलितों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ दलित शोषण मुक्ति सभा ने शिमला में डीसी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. दलित शोषण मुक्ति सभा ने सरकार से दलितों पर हो रहे अत्याचारों को रोकने की मांग की. साथ ही सभा ने उग्र प्रदर्शन की चेतावनी भी दी.
दलित सभा ने आरोप लगाए कि प्रदेश में दलितों के साथ भेदभाव और अत्याचार की घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. बीजेपी सरकार के सत्ता में आने के बाद से दलितों पर अत्याचार के मामले बढ़ गए हैं. कुमारसैन में ठेकेदार की मौत के बाद उसकी दलित पत्नी को एक्सिन काम के पैसे नहीं दे रहा है. इसके अलावा करसोग में भी दलित महिला की हत्या की गई.
सभा के अध्यक्ष जगत राम ने कहा कि प्रदेश में हर रोज दलित उत्पीड़न के मामले सामने आ रहे है, लेकिन न तो प्रशासन और न ही सरकार इन मामलों को लेकर ठोस कदम उठा रही है. एट्रोसिटी एक्ट में मामला तक दर्ज नहीं किया गया और न ही कोई मुआवजा दिया गया.
इसके अलावा कुमारसैन में एक ठेकेदार ने एसडीएम कार्यालय का काम किया, लेकिन उसकी पत्नी को काम का पैसा नहीं दिया जा रहा है और उसे मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है. इसको लेकर डीसी शिमला को ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन अभी तक दलित महिला को राशि नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि दलितों को मंदिर में जाने से रोकने की घटाए भी सामने आ रही है.
जगत राम ने कहा कि सरकार की ओर से जल्द दलितों पर हो रहे अत्याचारों को नहीं रोका गया तो आने वाले समय में प्रदेश भर में दलित सभा सड़कों पर उतर कर उग्र प्रदर्शन करने को मजबूर होगी.
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