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शिमला में बूस्टर डोज के नाम पर साइबर फ्रॉड, पुलिस ने लोगों को किया अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. साइबर ठग नई से नई तकनीक अपना कर लोगों को ठग रहे हैं. साइबर ठगों ने अब कोरोना की बूस्टर डोज के नाम पर फ्रॉड करना शुरू कर (cyber booster dose fraud in shimla) दिया है. बूस्टर डोज की रजिस्ट्रेशन के नाम पर ठग लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं. जिसके तहत शिमला पुलिस (shimla police campaign against cyber fraud) लोगों को अलर्ट कर रही है.

cyber fraud in shimla
शिमला में बूस्टर डोज फ्रॉड
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Published : Jan 14, 2022, 5:46 PM IST

Updated : Jan 14, 2022, 6:23 PM IST

शिमला: देशभर के साथ हिमाचल में भी साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. शातिर ठग आए दिन लोगों को ठगने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं. अब साइबर ठगों ने कोरोना की बूस्टर डोज के नाम पर ठगी करना शुरू (booster dose cyber fraud in shimla) कर दिया है. इसी को लेकर शिमला पुलिस ने लोगों को अलर्ट करना भी शुरू कर दिया है. शिमला पुलिस एसपी डॉ. मोनिका ने बताया कि साइबर ठगों ने अब ठगी का एक नया तरीका अपनाया है.

साइबर ठग लोगों को फोन करते हैं और पूछते हैं कि क्या उन्हें कोरोना की दोनों डोज लग चुकी है. जब व्यक्ति कहता है कि वो कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके हैं. तब साइबर ठग (cyber fraud in shimla) उन्हें कहता है कि आप का रजिस्ट्रेशन बूस्टर डोज के लिए करना है और इसके लिए बैंक खाते से जुड़ी जानकारी और खासकर आपके बैंक खाते से जुड़ा नंबर मांगते हैं. जिसपर ठग एक ओटीपी भेजते हैं और जैसे ही वो ओटीपी लोग ठग को बताते हैं बैंक खाते से पैसे निकल जाते हैं. इस तरह शातिराना अंदाज से ठग लोगों को चूना लगा रहे हैं और उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं.

शिमला पुलिस ने किया लोगों को सावधान
शिमला पुलिस ने किया लोगों को सावधान

ओटीपी के माध्यम से ठग व्यक्ति के अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं. जिसकी बहुत सी शिकायतें शिमला पुलिस के पास पहुंच (shimla police campaign against cyber fraud) रही है, जिसमें उन्हें बूस्टर डोज लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने को कहा जाता है और उसके बाद ओटीपी के माध्यम से बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं. ऐसे में पुलिस के लोगों को सजग रहने की अपील की है. शिमला पुलिस अपने ट्विटर हैंडल से लेकर अन्य तरीकों के जरिये लोगों को जागरुक (shimla police issues cyber fraud alert over covid booster dose) कर रही है.

वहीं, एसपी शिमला डॉ. मोनिका (shimla SP on cyber fraud) ने लोगों को सावधान किया है कि अगर इस तरह का कोई भी फोन कॉल आता है तो उससे बचें, क्योंकि बूस्टर डोज़ या कोरोना वैक्सीन की कोई भी डोज़ लेने के लिए बैंक खाते की जरूरत नहीं है. भूलकर भी अपनी पर्सनल या बैंक से जुड़ी जानकारी किसी के साथ भी साझा ना करें.

ये भी पढ़ें: मंडी में सेना के हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, ये रही वजह

शिमला: देशभर के साथ हिमाचल में भी साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. शातिर ठग आए दिन लोगों को ठगने के नए तरीके ढूंढ रहे हैं. अब साइबर ठगों ने कोरोना की बूस्टर डोज के नाम पर ठगी करना शुरू (booster dose cyber fraud in shimla) कर दिया है. इसी को लेकर शिमला पुलिस ने लोगों को अलर्ट करना भी शुरू कर दिया है. शिमला पुलिस एसपी डॉ. मोनिका ने बताया कि साइबर ठगों ने अब ठगी का एक नया तरीका अपनाया है.

साइबर ठग लोगों को फोन करते हैं और पूछते हैं कि क्या उन्हें कोरोना की दोनों डोज लग चुकी है. जब व्यक्ति कहता है कि वो कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके हैं. तब साइबर ठग (cyber fraud in shimla) उन्हें कहता है कि आप का रजिस्ट्रेशन बूस्टर डोज के लिए करना है और इसके लिए बैंक खाते से जुड़ी जानकारी और खासकर आपके बैंक खाते से जुड़ा नंबर मांगते हैं. जिसपर ठग एक ओटीपी भेजते हैं और जैसे ही वो ओटीपी लोग ठग को बताते हैं बैंक खाते से पैसे निकल जाते हैं. इस तरह शातिराना अंदाज से ठग लोगों को चूना लगा रहे हैं और उनकी मेहनत की कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं.

शिमला पुलिस ने किया लोगों को सावधान
शिमला पुलिस ने किया लोगों को सावधान

ओटीपी के माध्यम से ठग व्यक्ति के अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं. जिसकी बहुत सी शिकायतें शिमला पुलिस के पास पहुंच (shimla police campaign against cyber fraud) रही है, जिसमें उन्हें बूस्टर डोज लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने को कहा जाता है और उसके बाद ओटीपी के माध्यम से बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लिए जाते हैं. ऐसे में पुलिस के लोगों को सजग रहने की अपील की है. शिमला पुलिस अपने ट्विटर हैंडल से लेकर अन्य तरीकों के जरिये लोगों को जागरुक (shimla police issues cyber fraud alert over covid booster dose) कर रही है.

वहीं, एसपी शिमला डॉ. मोनिका (shimla SP on cyber fraud) ने लोगों को सावधान किया है कि अगर इस तरह का कोई भी फोन कॉल आता है तो उससे बचें, क्योंकि बूस्टर डोज़ या कोरोना वैक्सीन की कोई भी डोज़ लेने के लिए बैंक खाते की जरूरत नहीं है. भूलकर भी अपनी पर्सनल या बैंक से जुड़ी जानकारी किसी के साथ भी साझा ना करें.

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Last Updated : Jan 14, 2022, 6:23 PM IST
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