ठियोगः हिमाचल प्रदेश में सरकार ने बसों के किराये में 25 फीसदी का इजाफा किया है. इस सीधा असर जनता पर पड़ने वाला है. किराये में की गई इस बढ़ोतरी के खिलाफ आम जनता ने रोष दिखाना शुरू कर दिया है. सरकार के इस फैसले पर विपक्षी पार्टियों ने भी सरकार को घेर रही हैं.
गुरुवार को ठियोग में भी सीपीआइएम कार्यकर्ताओं ने बस किराया बढ़ाने के विरोध में जोरदार नारेबाजी करते हुए रैली निकाली. इस दौरान सीपीआइएम ने ठियोग बस अड्डे पर चक्का जाम कर दिया और कार्यकर्ता प्रदर्शन करते हुए सड़क के बीच में बैठ गए.
इसके चलते सड़को के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और लोग तकरीबन 30 मिनट तक जाम में फंसे रहे. हालांकि भारी पुलिस बल भी मौके पर मौजूद रहे, लेकिन प्रदर्शनकारी सड़को से टस से मस न हुए. स्थिति को संभालने के लिए मौके पर डीएसपी ठियोग पहुंचे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर उन्हें शांत किया.
पार्टी नेताओं का कहना है कि प्रदेश में जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, तब से लेकर अब तक 50 प्रतिशत किराए में बढ़ोतरी कर चुकी है. हाल ही में इस कोरोना महामारी के दौर में एक व जनता महंगाई और बेरोजगारी के से परेशान हैं. दूसरी तरफ हिमाचल सरकार ने किरायों में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी का आम जनता पर आर्थिक बोझ डाल दिया है.
भारतवर्ष में हिमाचल प्रदेश किराया वृद्धि सबसे ज्यादा है. पेट्रोल और डीजल में कच्चे तेल की कीमतों में भारी कमी है. देश और प्रदेश में सबसे ज्यादा टैक्स वसूली तेल के दामों से कर रही है. उन्होंने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि किराये में की गई बढ़ोतरी को सरकार वापस ले नहीं तो पार्टी जनता की लामबंदी करते हुए प्रदेश भर में आंदोलन करेगी जिसकी जिम्मेवारी प्रदेश सरकार की होगी.
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