शिमला: हिमाचल प्रदेश में करुणामूलक संघ ने सुखविंदर सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर मोर्चा खोला दिया है. करुणामूलक संघ ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. संघ ने शनिवार को शिमला में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन कर कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. संघ की उपाध्यक्ष बॉबी शुर्टा ने कहा "कांग्रेस ने चुनाव के समय करुणामूलकों को नौकरी देने का वादा किया था लेकिन वर्तमान सरकार को सत्ता में आए हुए 2 साल से ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अभी तक करुणामूलक आश्रितों को नौकरियां नहीं दी गई हैं जिससे संघ में निराशा है.
कांग्रेस सरकार को दी आंदोलन की चेतावनी
संघ की उपाध्यक्ष ने कहा "वर्तमान में करुणामूलक आश्रितों की प्रदेश में 3 हजार 234 संख्या है. हमारे लिए कांग्रेस ने धरातल पर कुछ भी नहीं किया. अगर समय रहते कांग्रेस सरकार ने हमारी मांगों को नहीं सुना तो हम अपने संघर्ष को और तेज करेंगे." प्रदेश सरकार से हमारी अपील है कि हमारे लिए जल्द से जल्द पॉलिसी बनाई जाए. बता दें कि करुणामूलक संघ ने अपनी मांगों को लेकर 432 दिनों तक अनशन किया था.
पूर्व की भाजपा सरकार ने भी की अनदेखी
बॉबी शुर्टा ने कहा ना केवल कांग्रेस सरकार बल्कि इससे पहले पूर्व की भाजपा सरकार ने भी करुणामूलक परिवारों की अनदेखी की थी. हर सरकार चुनावी मंच से आश्वासन देती है लेकिन जब सत्ता में आती है तो अपने वादों को भूल जाती है.
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