शिमला: केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के खिलाफ कांग्रेस सेवा दल ने विरोध शुरू कर दिया है. शिक्षा दिवस पर सेवा दल ने कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन के बाहर शनिवार को विरोध प्रदर्शन किया जिसमें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर भी शामिल हुए.
इस दौरान सेवा दल ने नई शिक्षा नीति की पत्रिकाएं भी जलाई और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही नई शिक्षा नीति को शिक्षा विरोधी करार दिया. सेवा दाल का कहना है कि नई शिक्षा नीति में कई विसंगतियां है. भारत के संविधान में 6 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है लेकिन नई शिक्षा नीति में इसका उल्लेख तक नहीं है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि केंद्र सरकार नई शिक्षा नीति लाकर शिक्षा का व्यापारीकरण कर रही है. निःशुल्क शिक्षा बच्चों का मौलिक अधिकार है लेकिन नई नीति में इस अधिकार का हनन किया जा रहा है. इसके अलावा शिक्षा का बजट भी कम किया जा रहा है. सकल घरेलू उत्पाद के 6 प्रतिशत की बात कही गई है जोकि अपर्याप्त है. इसे 10 प्रतिशत तक किया जाना चाहिए.
कुलदीप राठौर ने कहा कि नई शिक्षा नीति में निजीकरण को बढ़ावा दिया जाएगा और स्वायत्तता संस्थाओं को खत्म किया जा रहा है. राठौर ने आरोप लगाते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति लाकर केंद्र सरकार इतिहास के साथ भी छेड़छाड़ करने जा रही है. देश की आजादी के लिए कांग्रेस नेताओं का योगदान रहा है उसे शिक्षा से हटाया जा रहा है लेकिन कांगेस ऐसा होने नहीं देगी. इसके खिलाफ सेवा दल देशभर में प्रदर्शन कर रही है.
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