शिमला: नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald Case) में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही पूछताछ (Sonia Gandhi ED Interrogation) के विरोध में आज देश भर में कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. इसी कड़ी में राजधानी शिमला में भी इसका विरोध किया (Congress Protest in shimla) गया. जहां कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस मेनिफेस्टो कमेटी के अध्यक्ष एवं सोलन के विधायक धनीराम शांडिल की अध्यक्षता में रिज मैदान पर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने बैठकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार पर राजनीतिक द्वेष के चलते ये कार्रवाई कर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को परेशान करने के आरोप लगाए.
इस दौरान विधायक धनीराम शांडिल ने कहा कि केंद्र सरकार गांधी परिवार को परेशान करने की कोशिश कर रही है. सरकार की ओर से जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. धनीराम शांडिल ने इसे लोकतंत्र की हत्या करार दिया. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में गांधी परिवार ने कोई भी गड़बड़ी नहीं की है. बावजूद इसके केंद्र सरकार उन्हें जानबूझकर परेशान करने की कोशिश कर रही है. शांडिल ने कहा कि भले ही गांधी परिवार की मानसिक प्रताड़ना करने की कोशिश की जा रही हो, लेकिन कांग्रेस पार्टी का प्रत्येक कार्यकर्ता गांधी परिवार के साथ चट्टान की तरह खड़ा हुआ है.
सोलन में कांग्रेस का प्रदर्शन: वहीं, सोलन में भी जिला कांग्रेस ने सोनिया गांधी से ईडी द्वारा पूछताछ के विरोध में माल रोड़ पर चिल्ड्रन पार्क में सत्याग्रह आंदोलन (Congress Protest in solan) किया. इस दौरान ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सोलन के अध्यक्ष संजीव कुमार ने कहा कि ईडी द्वारा पूछताछ के विरोध में आज यहां मौन धारण सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है. जब तक सोनिया गांधी ईडी कार्यालय में उपस्थित रहेंगी तब तक ये प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अपने राजनीतिक विरोधी दलों को दबाने के लिए मोदी सरकार प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल व दुरुपयोग कर रही है.
उन्होंने कहा कि देश की एकता, अखंडता के लिए समर्पित गांधी परिवार को निशाना बनाया जा रहा हैं. उन्होंने कहा कि ईडी और सीबीआई भाजपा के प्रकोष्ठ के रूप में काम कर रही है. आज देश में लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईडी को आगे कर मोदी सरकार कांग्रेस के नेताओं को परेशान करने का काम कर रही है और उन्हें दफ्तर बुलाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि केंद्र सरकार लक्ष्मण रेखा लांघने की कोशिश न करें, नहीं तो इसका अंजाम बुरा होगा.