शिमला: दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हिमाचल की वादियों में सियासी उबाल है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी महज 8 सीटों पर सिमट गई थी और कांग्रेस लगातार दूसरी बार शून्य पर सिमट गई लेकिन हिमाचल में सियासी वार-पलटवार का दौर चल रहा है. कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे पर निशाने साध रहे हैं
सीएम जयराम ठाकुर ने कांग्रेस को याद दिलाया कि वो बीते दो विधानसभा चुनाव के दौरान दिल्ली में खाता भी नहीं खोल पाए. जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस पार्टी ने लगातार 15 साल दिल्ली में राज किया उस कांग्रेस पर आज तरस आता है और अगर यही हाल रहा तो कांग्रेस का जैसा हाल दिल्ली में हुआ है वैसा ही हश्र हिमाचल समेत अन्य राज्यों में भी होगा. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हिमाचल में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान हिमाचल में एक बार फिर कमल खिलेगा.
उधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने दिल्ली में बीजेपी के प्रदर्शन को लेकर चुटकी ली. राठौर ने कहा कि बीजेपी दावा करती है कि वो दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है लेकिन दिल्ली में बीजेपी के सदस्यों ने ही उन्हें वोट नहीं दिए. जो बता रहा है कि बीजेपी पतन की ओर है. कुलदीप राठौर ने सीएम जयराम ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि हिमाचल में दिल्ली जैसा हश्र कांग्रेस का नहीं बल्कि बीजेपी का होगा क्योंकि कांग्रेस हिमाचल में लगातार मजबूत हो रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि 2022 में हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनेगी.
कुल मिलाकर हिमाचल में दिल्ली चुनाव के नतीजों को लेकर वार-पलटवार का सिलसिला चल रहा है. दिल्ली में बड़े-बड़े दावों के साथ उतरी बीजेपी और कांग्रेस का आम आदमी पार्टी की झाड़ू ने सफाया कर दिया... लेकिन हिमाचल में दोनों एक-दूसरे पर निशाने साध रहे हैं. हिमाचल में विधानसभा चुनाव भले दूर हों लेकिन दिल्ली चुनाव के नतीजे सियासत के लिए किसी सीख से कम नहीं है.