शिमला: एचपीयू के यूआईटी में फोटोनिक्स टेक्नोलॉजी पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला का शुक्रवार काे समापन हाे गया. एचपीयू के अधिष्ठाता प्रौद्योगिकी और तकनीक प्रो. नागेश ठाकुर समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. उन्हाेंने यूआईटी की आयोजन टीम को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह के कार्यक्रम संकाय सदस्यों की जागरूकता और आत्म-विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं.
8 अक्टूबर तक चली इस कार्यशाला में एचपीयू के तकनीकी संस्थान यूआईटी में फोटोनिक्स टेक्नोलॉजी विषय पर चर्चा की गई. यह कार्यशाला अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा (एआईसीटीई) द्वारा प्रायोजित थी. इस एफडीपी में 14 सत्र थे और कार्यक्रम के दौरान, फोटोनिक्स के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति और विकास पर वक्ताओं द्वारा प्रतिदिन तीन व्याख्यान दिए गए. इन सभी सत्रों का मुख्य फोकस इलेक्ट्रॉनिक्स सर्किट से सिलिकॉन फोटोनिक्स में बदलाव और 5जी संचार एवं इंटरनेट ऑफ थिंग्स में फोटोनिक्स की भूमिका पर था. समापन सत्र यूआईटी के निदेशक प्रो. पीएल शर्मा की उपस्थिति और पर्यवेक्षण में ऑनलाइन आयोजित किया गया.
निदेशक ने आयोजन में काम करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने कहा कि मौजूदा कौशल को बढ़ाने, नए कौशल विकसित करने और शिक्षण के विज्ञान की बारीकियों को सीखने के लिए इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन आवश्यक है.
वहीं, डॉ. तरुण शर्मा ने कार्यशाला को सफल बनाने के लिए मुख्यातिथि, वक्ताओं और यूआईटी की टीम का आभार जताया. कार्यक्रम का संचालन प्रो. यूआईटी डॉ. शालू सहायक ने किया और डॉ. ऋचा चंदेल, डॉ. नीरु शर्मा, डॉ. कपिल भट्ट और ई. राजीव कुमार कार्यक्रम के आयोजन में सक्रिय रूप से शामिल रहे.
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