शिमलाः अस्पताल के खुले प्रांगण में सामान्य बैठकों और कार्यशालाओं का आयोजन सुनिश्चित करने की मुहीम स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला शिमला ने शुरू की है. इसी मुहिम के चलते चिकित्सकों एवं आशा कार्यकर्ताओं के साथ होने वाली मासिक बैठक का आयोजन मंगलवार को खुले प्रांगण में किया गया.
वहीं, जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुरेखा चोपड़ा ने यह बताया कि कोरोना महामारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐसी पहल की गई है. बंद कमरों में बैठक करने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है.सुरेखा चौपड़ा ने बताया कि कोरोना महामारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहें है. इसके अलावा इंडेक्स केस का पता नहीं चल पा रहा है.
डॉ. सुरेखा चोपड़ा ने कहा कि जहां संभव हो बंद कमरों के बजाए खुले प्रागण में बैठकों, कार्यक्रमों के आयोजन को बढ़ावा दिया जाए, क्योंकि खुली हवा व सूर्य की किरणें किटाणुओं को खत्म करने में सहायता करती हैं.
बता दें कि प्रदेश में कोरोना महामारी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. हिमाचल में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा सात हजार के पार पहुंच चुका है. जिसको देखते हुए प्रदेश सरकार और प्रशासन की ओर से काफी एहतियात बरतें जा रहे हैं. इसी के चलते जिला में भी अस्पताल प्रशासन की ओर से खुले में बैठक करने की मुहिम चलाई जा रही है.
इस अवसर पर जिला स्वास्थ्य अधिकारी व जिला कार्यक्रम अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, शहरी क्षेत्र की समस्त आशा कार्यकर्ता उपस्थित रहीं.