शिमलाः हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने रविवार को कहा कि कोविड-19 सिर्फ एक वैश्विक महामारी और जन स्वास्थ्य संकट ही नहीं है, बल्कि इसने वैश्विक अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजार को भी बुरी तरह प्रभावित किया है. उन्होंने कहा कि इस महामारी के कारण आय में कमी आई है. साथ ही बेरोजगारी में बढ़ोतरी और निर्माण उद्योगों में विभिन्न परेशानियां आईं हैं.
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने प्रदेश में महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए विभिन्न कदम उठाए हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के सामने सबसे अहम कार्य इस वायरस को फैलने से रोकना था. उन्होंने कहा कि स्थिति की निगरानी के लिए राज्य के उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ 34 वीडियो कॉन्फ्रेंस की गईं.
कोरोना के संकट को कम करने के लिए कदम उठाने के लिए जिला अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि इस संकट से प्रभावी तरीके से निपटने में लोगों की भागीदारी के लिए पंचायती राज संस्थानों के निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ 14 वीडियो कॉन्फ्रेंस कीं गईं. सीएम ने कहा कि इस महामारी के दौरान हर संभव केन्द्रीय सहायता प्राप्त करने के लिए राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के साथ सम्पर्क बनाए रखा.
जयराम ठाकुर ने बताया कि प्रधानमंत्री और अन्य केन्द्रीय नेताओं के साथ 11 वीडियो कांफ्रेंस आयोजित की गई. जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस महामारी के कारण राज्य में विकास की गति प्रभावित न हो. गत सात महीनों के दौरान 21 ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें ऑनलाइन माध्यम से करोड़ों रुपये लागत की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण किए गए. उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 37 जनसभाएं और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ चार वीडियो कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की गईं.
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