शिमलाः प्रदेश में बाहर से आए लोग क्वारंटाइन नियमों का पूरी तरह से पालन करें, इसके लिए पूरे प्रबंध किए गए हैं. सूबे के मुखिया जयराम ठाकुर ने कहा है कि प्रदेश में लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. सभी तरह की स्वास्थ्य जांच के बाद ही लोगों को हिमाचल में प्रवेश करने दिया जा रहा है.
प्रदेश सरकार ने कोविड-19 संदिग्ध के माध्यम से क्वारंटाइन स्थान की उल्लंघना करने पर निगरानी रखने के लिए कोविड क्वारंटाइन ऐप (http://covid19.hp.gov/in) विकसित किया है. कोरोना मुक्त हिमाचल मोबाइल ऐप भी इसी प्रणाली का भाग है, जिसे क्वारंटाइन किए गए व्यक्ति के माध्यम से अपने मोबाइल पर रखा जाता है. इसमें क्वारंटाइन स्थान को लॉक करने की सुविधा है, ताकि उल्लंघन की स्थिति में सर्तक किया जा सके.
सरकार ने सामाजिक सरोकार को महत्व देते हुए लगभग 1.5 लाख लोगों को प्रदेश वापस आने में सहायता की है. बाहरी राज्यों से हिमाचल प्रदेश आने वाले लोगों के परिजनों को सामाजिक दूरी के बारे में शिक्षित करने के लिए प्रदेश सरकार ने एक नया कार्यक्रम 'निगाह' आरम्भ किया है. इसमें राज्य में वापस आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की समुचित स्वास्थ्य जांच करने के अलावा उसकी यात्रा का पूरा विवरण लिया जा रहा है.
आशा कार्यकर्ताओं, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के दल बाहरी राज्यों से वापस हिमाचल लौटे लोगों के घर जाकर उनके परिजनों को सामाजिक दूरी बनाए रखने के महत्व के बारे में शिक्षित कर रहे हैं. क्वारंटाइन केंद्र मशोबरा में रखे गए मनोज कुमार का कहना है कि केंद्र में सरकार के माध्यम से बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है. इसी तरह, क्वारंटाइन केंद्र कुनिहार में रह रहे योगेश शर्मा ने इस केंद्र में प्रदान की जा रही सुविधाओं के लिए सरकार का धन्यवाद किया है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य के बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति को 7 दिन के होम या संस्थागत क्वारंटाइन अवधि के दौरान क्वारंटाइन मानदंडों का पालन करना ही होगा. किसी भी स्थिति में राज्य के अन्य व्यक्तियों को संक्रमित नहीं होने दिया जाएगा.
ग्रीन या ऑरेंज जोन से आने वाले लोग भी होम क्वारंटाइन का पालन करते हुए अपने घर के लोगों के साथ भी सामाजिक दूरी बनाए रखें. राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि देश के अन्य हिस्सों में फंसे राज्य के लोगों को हर संभव सहायता सुनिश्चित की जाए.