शिमला: विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया. दरअसल नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष के सदस्यों को बोलने नहीं दिया जा रहा है. जब विपक्ष के सदस्यों ने बोलने की कोशिश की, तो विधानसभा अध्यक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री को बोलने के लिए कहा, लेकिन हाउस एक्सटेंड नहीं किया.
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री को बोलने के लिए मंगलवार को सदन एक्सटेंड कर दिया गया था, जोकि ठीक नहीं है. ऐसे में सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है. वहीं, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का पलटवार करते हुए विधानसभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने कहा कि व्यवस्था के अनुसार सभी को बोलने का उचित अवसर दिया गया है. नेता प्रतिपक्ष और सत्ता पक्ष के नेताओं के साथ बैठकर जो चीजें तय की गई थी, उन्हीं के अनुसार सदन की व्यवस्था चली है.
उन्होंने कहा कि नियम सत्तासर के तहत 2 दिनों तक चर्चा जारी रही है. ऐसे में विपक्ष का ये आरोप लगाना ठीक नहीं है कि उनके सदस्यों को बोलने के लिए उचित समय नहीं दिया गया है. विपिन सिंह परमार ने कहा कि विपिन सिंह परमार ने कहा कि सर्व सहमति के साथ ये निर्णय किया गया था कि आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर बोलेंगे. ऐसे में विपक्ष द्वारा शोरगुल ठीक नहीं है. विपक्ष के सदस्यों को चेयर द्वारा दी गई व्यवस्था का अनुसरण करना चाहिए.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इतिहास में पहली बार है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में नियम 67 के तहत चर्चा हुई है. इस चर्चा में कुल 28 सदस्यों ने भाग लिया, जिनमें से 15 सदस्य विपक्ष के और 13 सदस्य सत्ता पक्ष के थे. उन्होंने कहा कि चर्चा में सभी को बोलने का उचित अवसर दिया गया है. ऐसे में विपक्ष द्वारा ये आरोप लगाना बिल्कुल गलत है, कि नियम 67 के तहत जारी चर्चा में विपक्ष को बोलने का उचित अवसर नहीं दिया गया.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पूरे देश में विधानसभा सत्रों का आयोजन किया जा रहा है, लेकिन पूरे देश में हिमाचल प्रदेश केवल मात्र एक ऐसी विधानसभा है, जहां 10 दिन का सत्र आयोजित किया जा रहा है. बहुत से प्रदेशों में एक और दो दिन की चर्चा की जा रही है. ऐसे में प्रदेश सरकार पूरी तरह से कोरोना संक्रमण पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष का जो व्यवहार है , वो उचित नहीं है.
बता दें कि हिमाचल विधानसभा सत्र का आज तीसरा दिन है. इसी बीच पक्ष-विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है.
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