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छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष ने पंचायत प्रतिनिधियों के साथ की बैठक, उठाई ये मांग - सतपाल सत्ती

छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने बचत भवन में पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुझाव मांगे. बैठक में ग्राम पंचायतों की तर्ज पर पंचायत समिति के शीर्ष में बजट की बढ़ोतरी की मांग भी प्रतिनिधियों द्वारा की गई. जिला परिषद व स्थानीय निकायों के तहत आने वाले वित्तीय मामलों को बढ़ाने के लिए भी सदस्यों द्वारा आग्रह किया गया.

Chairman of the 6th State Finance Commission held a meeting with the Panchayat representatives in shimla
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Published : Aug 31, 2021, 8:03 PM IST

शिमला: छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने बचत भवन में पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुझाव मांगे. बैठक में सदस्यों द्वारा मानदेय बढ़ाने, सड़कों की दुरुस्ती, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल तथा अन्य समस्याओं के संबंध में भी चर्चा व सुझाव दिए.

सदस्यों ने मौजूदा स्थिति में पंचायतों में विभिन्न खाली पदों को भरने के संबंध में भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अधिकतर पंचायतों में स्टाफ की कमी के कारण कार्य प्रभावित होता है, जिसके लिए जल्द प्रावधान किया जाए.

ग्राम पंचायतों की तर्ज पर पंचायत समिति के शीर्ष में बजट की बढ़ोतरी की मांग भी प्रतिनिधियों द्वारा की गई. जिला परिषद व स्थानीय निकायों के तहत आने वाले वित्तीय मामलों को बढ़ाने के लिए भी सदस्यों द्वारा आग्रह किया गया.

छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि बैठक के दोनों सत्रों में पंचायती राज संस्थाओं एवं शहरी निकायों व पंचायत प्रतिनिधियों से प्राप्त बहुमूल्य सुझाव स्थानीय निकायों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्हें प्रदेश सरकार के समक्ष रख इसे हल करने का प्रयास किया जाएगा.

वीडियो.

उन्होंने कहा कि वित्त आयोग के अधीन हल होने वाली समस्याओं एवं सुझावों के अतिरिक्त अन्य सुझावों को संबंधित विभागों को हल होने के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न विकास खण्डों में विभिन्न मदों के तहत आबंटित राशि जो अभी तक व्यय नहीं हुई है, का अपने क्षेत्र के अधिकारियों से ब्यौरा लेकर अन्य विकास कार्यों पर खर्च करने के लिए प्रतिनिधि समन्वय स्थापित करें.

उन्होंने बैठक में ग्राम पंचायतों द्वारा अपने संसाधनों से जुटाई गई आय की धनराशि को भी विभिन्न विकासात्मक कार्यों में खर्च कर वित्तीय शक्तियां बढ़ाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि अपने क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण के लिए व्यापक जन अभियान चलाएं.

उन्होंने नशे के प्रति प्रतिनिधियों को ठोस निर्णय लेते हुए इससे मुक्ति के लिए अपने-अपने क्षेत्र में सघन रूप से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि युवाओं को नशे की चुंगल से बचाया जा सके और उनकी रचनात्मक शक्ति का प्रयोग देश व प्रदेश के विकास के लिए किया जा सके.

उन्होंने समाज में व्याप्त विभिन्न अन्य कुरीतियों को समूल नष्ट करने के लिए जन अभियान चलाने का सदस्यों को आह्वान किया. जिला परिषद व स्थानीय निकायों के तहत आने वाले वित्तिय मामलों को बढ़ाने के लिए भी सदस्यों द्वारा आग्रह किया गया.

बैठक में योजना सलाहकार एवं राज्य वित्त आयोग सदस्य सचिव वासु सूद ने वित्त आयोग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की. उन्होंने कहा कि सरकार की वित्तिय क्षमता को ध्यान में रखते हुए पंचायती राज संस्थाओं के कार्यों एव नीतियों को बढ़ाने के संबंध में कार्य किया जाएगा. उन्होंने बैठक का संचालन भी किया.

ये भी पढ़ें- शिमला की वह खास लाइब्रेरी, जहां जूते-चप्पल के साथ नहीं मिलता प्रवेश

शिमला: छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने बचत भवन में पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुझाव मांगे. बैठक में सदस्यों द्वारा मानदेय बढ़ाने, सड़कों की दुरुस्ती, स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल तथा अन्य समस्याओं के संबंध में भी चर्चा व सुझाव दिए.

सदस्यों ने मौजूदा स्थिति में पंचायतों में विभिन्न खाली पदों को भरने के संबंध में भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अधिकतर पंचायतों में स्टाफ की कमी के कारण कार्य प्रभावित होता है, जिसके लिए जल्द प्रावधान किया जाए.

ग्राम पंचायतों की तर्ज पर पंचायत समिति के शीर्ष में बजट की बढ़ोतरी की मांग भी प्रतिनिधियों द्वारा की गई. जिला परिषद व स्थानीय निकायों के तहत आने वाले वित्तीय मामलों को बढ़ाने के लिए भी सदस्यों द्वारा आग्रह किया गया.

छठे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि बैठक के दोनों सत्रों में पंचायती राज संस्थाओं एवं शहरी निकायों व पंचायत प्रतिनिधियों से प्राप्त बहुमूल्य सुझाव स्थानीय निकायों की आय बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्हें प्रदेश सरकार के समक्ष रख इसे हल करने का प्रयास किया जाएगा.

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उन्होंने कहा कि वित्त आयोग के अधीन हल होने वाली समस्याओं एवं सुझावों के अतिरिक्त अन्य सुझावों को संबंधित विभागों को हल होने के लिए भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला के विभिन्न विकास खण्डों में विभिन्न मदों के तहत आबंटित राशि जो अभी तक व्यय नहीं हुई है, का अपने क्षेत्र के अधिकारियों से ब्यौरा लेकर अन्य विकास कार्यों पर खर्च करने के लिए प्रतिनिधि समन्वय स्थापित करें.

उन्होंने बैठक में ग्राम पंचायतों द्वारा अपने संसाधनों से जुटाई गई आय की धनराशि को भी विभिन्न विकासात्मक कार्यों में खर्च कर वित्तीय शक्तियां बढ़ाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि प्रतिनिधि अपने क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण के लिए व्यापक जन अभियान चलाएं.

उन्होंने नशे के प्रति प्रतिनिधियों को ठोस निर्णय लेते हुए इससे मुक्ति के लिए अपने-अपने क्षेत्र में सघन रूप से कार्य करने के निर्देश दिए ताकि युवाओं को नशे की चुंगल से बचाया जा सके और उनकी रचनात्मक शक्ति का प्रयोग देश व प्रदेश के विकास के लिए किया जा सके.

उन्होंने समाज में व्याप्त विभिन्न अन्य कुरीतियों को समूल नष्ट करने के लिए जन अभियान चलाने का सदस्यों को आह्वान किया. जिला परिषद व स्थानीय निकायों के तहत आने वाले वित्तिय मामलों को बढ़ाने के लिए भी सदस्यों द्वारा आग्रह किया गया.

बैठक में योजना सलाहकार एवं राज्य वित्त आयोग सदस्य सचिव वासु सूद ने वित्त आयोग से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की. उन्होंने कहा कि सरकार की वित्तिय क्षमता को ध्यान में रखते हुए पंचायती राज संस्थाओं के कार्यों एव नीतियों को बढ़ाने के संबंध में कार्य किया जाएगा. उन्होंने बैठक का संचालन भी किया.

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