किन्नौर: 14 अक्टूबर को 17 ट्रैकर्स का एक दल उत्तराकाशी के हर्षिल घाटी से होते हुए लमखागा पास से किन्नौर जिला के छितकुल घाटी ट्रैक के लिए निकले थे. इस बीच अचानक मौसम खराब हो गया. हर्षिल घाटी व लमखागा पास में भारी बारिश व बर्फबारी का दौर शुरू हो गया. इस बीच 11 ट्रैकर्स लापता हो गए थे. उत्तरकाशी प्रशासन की ओर से जिला किन्नौर प्रशासन को इसकी सूचना दी गई.
सूचना प्राप्त होने के उपरान्त तत्काल भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल व सेना के अधिकारियों से संपर्क साधा गया और वीरवार सुबह सेना और आई.टी.बी.पी के जवानों द्वारा बचाव एवं राहत कार्य आरंभ किया गया. जिला प्रशासन की तरफ से आईटीबीपी व सेना के जवान छितकुल घाटी से होते हुए 11 लापता ट्रैकर्स को रेस्क्यू के लिए वीरवार सुबह 4 बजे निकल गए थे. इस दौरान उत्तराकाशी की तरफ से भी रेस्क्यू टीम लगातार ट्रैकर्स को खोजने का काम कर रही थी और वीरवार दोपहर के बाद 5 शवों को उत्तराखंड सरकार की तरफ से बरामदगी की सूचना मिली. 4 अन्य ट्रैकर्स का कोई पता नहीं चल पा रहा था.
डीसी किन्नौर ने इस संदर्भ में जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को किन्नौर के क्षेत्राधिकार की तरफ से गए रेस्क्यू टीम को भी 2 शव मिलने की सूचना मिली है और 2 लोग अभी भी लापता हैं. उन्होंने बताया कि 2 शवों को आईटीबीपी और सेना रिकवर कर रही है और 2 अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है.
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