शिमलाः देश और दुनिया में साइबर क्राइम का जाल फैलता जा रहा है. रोजाना सैकड़ों लोग ठगी के शिकार हो रहे हैं. आधुनिकता के इस दौर में ज्यादातर काम ऑनलाइन हो रहे हैं. आम लोगों की निर्भरता ऑनलाइन माध्यमों पर बढ़ रही है. ऐसे में साइबर ठगी के मामलों में भी इजाफा हो रहा है. आम लोगों को अपनी गलतियों से लाखों रुपये गंवाने पड़ जाते हैं. तेजी से ऑनलाइन माध्यमों पर निर्भर हो रहे इस युग में सावधानी बेहद जरूरी है.
शिमला में व्यक्ति से 10 लाख की ठगी
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक व्यक्ति से ऑनलाइन 10 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया. न्यू शिमला थाना में पीड़ित ने शिकायत दी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्जकर छानबीन शुरू की. पीड़ित ने सामान खरीदने के लिए ऑनलाइन माध्यम का इस्तेमाल किया, लेकिन किसी कारणवश खाते से धनराशि कटने के बावजूद पेमेंट नहीं हो सका. इसके बाद पीड़ित ने गूगल सर्च के जरिए कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकाला. इस नंबर पर संपर्क करने पर शातिर ने नोडल अधिकारी बनकर पीड़ित से बात की, लेकिन पीड़ित को यह नहीं पता था कि जिस नंबर पर उसने फोन किया है वह फ्रॉड है.
थाना न्यू शिमला में शिकायत दर्ज
शातिर ने फोन पर पीड़ित से बैंक संबंधी जानकारी साझा करने को कहा. पीड़ित ने बिना कुछ सोचे-समझे व्यक्ति के कहने पर अपनी निजी जानकारी साझा कर दी. निजी जानकारी साझा करते ही व्यक्ति के खाते से शातिरों ने 10 लाख रुपये निकाल लिए. कुछ समय बाद पीड़ित को यह पता चला कि उसके खाते से 10 लाख रुपये शातिरों ने उड़ा लिए. इसके बाद पीड़ित ने थाना न्यू शिमला में इसकी शिकायत दर्ज कराई.
डीएसपी कमल वर्मा ने बताया कि थाना न्यू शिमला में पीड़ित की ओर से शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. पुलिस ने साइबर टीम की मदद ली. साइबर टीम और थाना न्यू शिमला की पुलिस ने मिलकर शातिरों का पता लगाया. मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने तीन लाख रुपये की राशि को होल्ड कर दिया. बची हुई राशि को भी जल्द वापस दिलाने पर काम किया जा रहा है.
लोगों से सावधानी बरतने की अपील
डीएसपी हेडक्वार्टर कमल वर्मा ने कहा कि इन दिनों ऑनलाइन माध्यम का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है. लोग कई तरह की शॉपिंग के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं. ऑनलाइन पेमेंट के लिए विभिन्न गेट-वे का इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि लोग सूझबूझ से काम लें और बिना सोचे समझे कोई भी जानकारी किसी के साथ साझा न करें. उन्होंने कहा कि लोगों को सोच समझकर ही कोई भी फैसला लेना चाहिए. ऑनलाइन दौर में ठगी के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में लोगों को चाहिए कि वह सावधानी से काम करें.
बढ़ रहे साइबर क्राइम के मामले
पुलिस की ओर से ज्यादातर मामलों की तफ्तीश करते हुए यह बात सामने आई है कि पीड़ित अपनी लापरवाही की वजह से ठगी का शिकार हो रहे हैं. बार-बार पुलिस की ओर से जागरूक करने के बावजूद लोग अपनी निजी जानकारी अनजान व्यक्ति के साथ साझा कर देते हैं. इससे शातिरों को काम आसान हो जाता है.
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