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कोरोना से जंग: भीड़-भाड़ वाले इलाके और ATM किए जा रहे सेनिटाइज

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश में कर्फ्यू लगा है. लोगों की सुविधा के लिए कर्फ्यू में 3 घंटे की ढील दी जा रही है. लोग इस दौरान जरूरी सामनों की खरीददारी कर रहे हैं. कर्फ्यू के दौरान राज्य की सारी सीमाएं सील है.

ATM sanitized in Shimla
शिमला में एटीएम सेनिटाइज
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Published : Apr 4, 2020, 12:27 PM IST

शिमला: देशभर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर रोज अलग-अलग प्रदेशों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार लगातार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कदम उठा रहे हैं.

कर्फ्यू के दौरान प्रदेश सरकार भीड़-भाड़ वाली जगहों को सेनिटाइज कर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार शिमला में एटीएम को भी सेनिटाइज करवा रही है, जिससे एटीएम आने वाले लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों में कोरोना के 4 मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक 68 साल की बुजुर्ग महिला की मौत भी हो चुकी है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुछ लोग बीते दिनों दिल्ली से आकर बद्दी में ठहरे हुए थे. जिनमें से एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे बद्दी के ही एक निजी अस्पताल लाया गया. जहां उसकी हालत बिगड़ने पर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था. पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान गुरुवार रात को महिला की मौत हो गई. साथ ही उसे कोरोना पॉजिटिव भी पाया गया. जिसके बाद महिला के साथ के सभी लोगों को आइसोलेट कर जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शुक्रवार को प्रदेश में 28 नमूने जांच के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज और आईजीएमसी भेजे गए थे, सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. अब तक कुल 296 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है. प्रदेश में अभी तक कुल 4038 लोगों को निगरानी में रखा गया है. जिनमें से 1655 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में इस वक्त 8000 टीमें विभिन्न जिलों में घर-घर जाकर कोरोना एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन के तहत जानकारियां एकत्रित कर रही है.

वीडियो रिपोर्ट

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश में कर्फ्यू लगा है. लोगों की सुविधा के लिए कर्फ्यू में 3 घंटे की ढील दी जा रही है. लोग इस दौरान जरूरी सामानों की खरीदारी कर रहे हैं. कर्फ्यू के दौरान राज्य की सारी सीमाओं को सील कर दिया है. लोगों को बेवजह घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. सिर्फ आवश्यक काम के लिए बाहर आने-जाने की अनुमति है.

प्रदेश सरकार गरीब प्रवासी मजदूरों को राशन भी मुहैया करवा रही है. प्रदेश में अगर कोई भी व्यक्ति आएगा तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा. कर्फ्यू के कारण पूरे प्रदेश में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग घरों में ही कैद होकर रह गए हैं. दशकों बाद ऐतिहासिक रिज मैदान भी खाली पड़ा हुआ है. रिज मैदान में न तो लोग हैं और न ही घुड़सवारी हो रही है. ग्रामीण इलाकों में भी लोग सतर्क हैं. लोग अपने गांव को सेनिटाइज कर रहे हैं.

कर्फ्यू के दौरान पूरे प्रदेश में पुलिस भी मुस्तैदी से काम कर रही है. पुलिस न केवल लोगों को घरों से बाहर आने से रोक रही है बल्कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राशन भी मुहैया करवा रही है. पुलिस लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी जागरुक कर रही है.

ये भी पढ़ें: कोरोना से जंग: कोठी पंचायत में 'नो एंट्री', पूरे गांव को किया जा रहा सेनिटाइज

शिमला: देशभर में लगातार कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर रोज अलग-अलग प्रदेशों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार लगातार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए कदम उठा रहे हैं.

कर्फ्यू के दौरान प्रदेश सरकार भीड़-भाड़ वाली जगहों को सेनिटाइज कर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश सरकार शिमला में एटीएम को भी सेनिटाइज करवा रही है, जिससे एटीएम आने वाले लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाया जा सके. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बीते दो दिनों में कोरोना के 4 मामले सामने आए हैं, जिनमें से एक 68 साल की बुजुर्ग महिला की मौत भी हो चुकी है.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक कुछ लोग बीते दिनों दिल्ली से आकर बद्दी में ठहरे हुए थे. जिनमें से एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे बद्दी के ही एक निजी अस्पताल लाया गया. जहां उसकी हालत बिगड़ने पर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था. पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान गुरुवार रात को महिला की मौत हो गई. साथ ही उसे कोरोना पॉजिटिव भी पाया गया. जिसके बाद महिला के साथ के सभी लोगों को आइसोलेट कर जांच के लिए सैंपल लिए गए हैं.

स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक शुक्रवार को प्रदेश में 28 नमूने जांच के लिए टांडा मेडिकल कॉलेज और आईजीएमसी भेजे गए थे, सभी रिपोर्ट नेगेटिव आई है. अब तक कुल 296 लोगों के सैंपल की जांच हो चुकी है. प्रदेश में अभी तक कुल 4038 लोगों को निगरानी में रखा गया है. जिनमें से 1655 लोगों ने 28 दिन की जरूरी निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में इस वक्त 8000 टीमें विभिन्न जिलों में घर-घर जाकर कोरोना एक्टिव केस फाइंडिंग कैंपेन के तहत जानकारियां एकत्रित कर रही है.

वीडियो रिपोर्ट

कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए प्रदेश में कर्फ्यू लगा है. लोगों की सुविधा के लिए कर्फ्यू में 3 घंटे की ढील दी जा रही है. लोग इस दौरान जरूरी सामानों की खरीदारी कर रहे हैं. कर्फ्यू के दौरान राज्य की सारी सीमाओं को सील कर दिया है. लोगों को बेवजह घर से बाहर जाने की अनुमति नहीं है. सिर्फ आवश्यक काम के लिए बाहर आने-जाने की अनुमति है.

प्रदेश सरकार गरीब प्रवासी मजदूरों को राशन भी मुहैया करवा रही है. प्रदेश में अगर कोई भी व्यक्ति आएगा तो उसे क्वारंटाइन किया जाएगा. कर्फ्यू के कारण पूरे प्रदेश में सन्नाटा पसरा हुआ है. लोग घरों में ही कैद होकर रह गए हैं. दशकों बाद ऐतिहासिक रिज मैदान भी खाली पड़ा हुआ है. रिज मैदान में न तो लोग हैं और न ही घुड़सवारी हो रही है. ग्रामीण इलाकों में भी लोग सतर्क हैं. लोग अपने गांव को सेनिटाइज कर रहे हैं.

कर्फ्यू के दौरान पूरे प्रदेश में पुलिस भी मुस्तैदी से काम कर रही है. पुलिस न केवल लोगों को घरों से बाहर आने से रोक रही है बल्कि गरीब और जरूरतमंद परिवारों को राशन भी मुहैया करवा रही है. पुलिस लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर भी जागरुक कर रही है.

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